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Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि के दिन का क्या है वैज्ञानिक महत्व, यहां जानें
Mahashivratri 2024: हर साल महाशिवरात्रि फाल्गुन मास में मनाई जाती है. आइये जानते हैं महाशिवरात्रि का वैज्ञानिक महत्व क्या है.
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महाशिवरात्रि 2024
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![महाशिवरात्रि हिंदू धर्म में खास महत्व रखती है. साल 2024 में महाशिवरात्रि 8 मार्च, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी. महाशिवरात्रि के पौराणिक महत्व के साथ-साथ उसका वैज्ञानिक महत्व भी है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/27/5ac17d7b77bc8439fb304fa81a401abfadd50.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
महाशिवरात्रि हिंदू धर्म में खास महत्व रखती है. साल 2024 में महाशिवरात्रि 8 मार्च, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी. महाशिवरात्रि के पौराणिक महत्व के साथ-साथ उसका वैज्ञानिक महत्व भी है.
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![महाशिवरात्रि फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुदर्शी के दिन मनाई जाती है. इसके धार्मिक महत्व की बात करें तो इस दिन भोलेनाथ शिव शंकर और माता पार्वती का विवाह हुआ था, यह दिन उनके मिलन का प्रतीक है. इसीलिए इस दिन को शिव भक्त जश्न के रुप में के रुप में जश्न का दिन मनाया जाता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/27/01adb35be887f71b0102cca51ef3f78d1166f.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
महाशिवरात्रि फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुदर्शी के दिन मनाई जाती है. इसके धार्मिक महत्व की बात करें तो इस दिन भोलेनाथ शिव शंकर और माता पार्वती का विवाह हुआ था, यह दिन उनके मिलन का प्रतीक है. इसीलिए इस दिन को शिव भक्त जश्न के रुप में के रुप में जश्न का दिन मनाया जाता है.
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![वहीं इसके वैज्ञानिक महत्व की बात करें तो महाशिवरात्रि की रात ग्रह का उत्तरी गोलार्द्ध इस तरह स्थित होता है कि इंसान के अंदर की ऊर्जा अपने आप ऊपर की तरफ जाने लगती है. यानी प्रकृति इंसान को आध्यात्मिक शिखर तक पहुंचने में मदद करती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/27/af99e907e76a65d20fca14e6c112a3334c582.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
वहीं इसके वैज्ञानिक महत्व की बात करें तो महाशिवरात्रि की रात ग्रह का उत्तरी गोलार्द्ध इस तरह स्थित होता है कि इंसान के अंदर की ऊर्जा अपने आप ऊपर की तरफ जाने लगती है. यानी प्रकृति इंसान को आध्यात्मिक शिखर तक पहुंचने में मदद करती है.
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![हर चंद्र मास का चौदहवाँ दिन अमावस्या से एक दिन पहले का दिन शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है.साल में एक बार महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है.हर साल महाशिवरात्रि फाल्गुन माह में फरवरी या मार्च के महीने में आती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/27/0466217924bbe54dbd9ae10517a3db0e94475.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
हर चंद्र मास का चौदहवाँ दिन अमावस्या से एक दिन पहले का दिन शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है.साल में एक बार महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है.हर साल महाशिवरात्रि फाल्गुन माह में फरवरी या मार्च के महीने में आती है.
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![पूरी रात मनाए जाने वाले इस उत्सव में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है कि ऊर्जाओं के प्राकृतिक प्रवाह को उमड़ने का पूरा अवसर मिले.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/27/25dee8008d293dac50e50150ccee684f68f11.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पूरी रात मनाए जाने वाले इस उत्सव में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है कि ऊर्जाओं के प्राकृतिक प्रवाह को उमड़ने का पूरा अवसर मिले.
Published at : 27 Feb 2024 06:00 PM (IST)
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डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल
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