नरेंद्र जी. हो सकते हैं उत्तराखंड उच्च न्यायालय के नए मुख्य न्यायाधीश, सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने की सिफारिश
Uttarakhand: कॉलेजियम ने कहा कि उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पद न्यायमूर्ति ऋतु बाहरी के 10 अक्टूबर, 2024 को सेवानिवृत्त होने के बाद रिक्त हो जाएगा, इसलिए उस पद पर नियुक्ति जरूरी है.
Uttarakhand High Court New Chief Justice: सीजेआई डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति नरेंद्र जी. को उत्तराखंड उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की. कॉलेजियम में न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति बी. आर. गवई भी शामिल हैं.
कॉलेजियम ने कहा कि उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पद न्यायमूर्ति ऋतु बाहरी के 10 अक्टूबर, 2024 को सेवानिवृत्त होने के बाद खाली हो जाएगा, इसलिए उस पद पर नियुक्ति जरूरी है. न्यायमूर्ति नरेंद्र जी. को 2 जनवरी, 2015 को कर्नाटक उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. कॉलेजियम ने कहा कि 30 अक्टूबर, 2023 को उनका आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में तबादला कर दिया गया था और तब से वह वहीं कार्यरत हैं.
जज बनने से पहले कर्नाटक हाई कोर्ट में करते थे वकालत
नरेंद्र जी. अपने मूल उच्च न्यायालय में वरिष्ठतम न्यायाधीश हैं और अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं. उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में अपनी पदोन्नति से पहले उन्होंने कर्नाटक उच्च न्यायालय में वकालत की थी. कॉलेजियम ने अपनी सिफारिश में कहा है, ‘‘वह एक अनुभवी न्यायाधीश हैं, जिन्हें कर्नाटक और आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालयों के न्यायिक और प्रशासनिक पक्षों पर काफी अनुभव है.’’ कॉलेजियम ने उच्चतम न्यायालय की वेबसाइट पर अपलोड किए गए प्रस्ताव में कहा, ‘‘वर्तमान में उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों में कर्नाटक उच्च न्यायालय का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है.’’ कॉलेजियम ने कहा कि उसका मत है कि न्यायमूर्ति नरेंद्र जी. उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त होने के लिए सभी मामलों में उपयुक्त हैं.
अन्य हाई कोर्ट के लिए भी जजों के नाम की सिफारिश की
कॉलेजियम ने पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के रूप में नियुक्ति के लिए दो न्यायिक अधिकारियों- शशि भूषण प्रसाद सिंह और अशोक कुमार पांडे के नामों की भी सिफारिश की है. एक अन्य निर्णय में, कॉलेजियम ने बम्बई उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के रूप में नियुक्ति के लिए नौ अधिवक्ताओं के नामों की सिफारिश की, जिनमें राजेश सुधाकर दातार, सचिन शिवाजीराव देशमुख, गौतम अश्विन अंखड, महेंद्र माधवराव नेर्लिक, निवेदिता प्रकाश मेहता, प्रफुल्ल सुरेंद्र कुमार खुबलकर, अश्विन दामोदर भोबे, रोहित वासुदेव जोशी और अद्वैत महेंद्र सेठना शामिल हैं.
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