Cash for Query: यूएई का टूर, अरबपति बिजनेसमैन, पालतू कुत्ते पर झगड़ा, पढ़ें महुआ मोइत्रा मामले की पूरी टाइम लाइन
Mahua Moitra News: संसद में सवाल पूछने के बदले कैश लेने के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता चली गई. इस पूरे मामले की कहानी कब और कैसे शुरू हुई. आइए जानते हैं.
Mahua Moitra Lok Sabha Membership: कैश फॉर क्वेरी (पैसे लेकर सवाल पूछना) के आरोपों से घिरीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा में बहस में बाद संसद सदस्यता रद्द कर दी गई. मामले में महुआ मोइत्रा को संसद के अंदर बोलने की अनुमति नहीं दी गई. हालांकि उन्होंने सदन के बाहर अपनी बात रखी और वो बयान पढ़ा जो उन्होंने तैयार किया था.
उन्होंने कहा, “कहीं भी कोई नकदी, कोई गिफ्ट का सबूत नहीं था. निष्कासन की सिफारिश उस शिकायत पर आधारित थी जो लॉगिन मैंने शेयर किया था लेकिन इसको लेकर कोई नियम नहीं है.” उन्होंने ये भी कहा कि दर्शन हीरानंदानी की बात तो आचार समिति ने भी नहीं सुनी.
कांग्रेस और टीएमसी ने रिपोर्ट को लेकर मांगा समय
वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, "ये सदन समिति के निष्कर्ष को स्वीकार करता है कि सांसद महुआ मोइत्रा का आचरण एक सांसद के रूप में अनैतिक और अशोभनीय था. इसलिए, उनका सांसद बने रहना उचित नहीं है.''
महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश करने वाली आचार समिति की रिपोर्ट शुक्रवार को पेश की गई और कुछ ही घंटों के भीतर पश्चिम बंगाल की सांसद को निष्कासित कर दिया गया. कांग्रेस और तृणमूल दोनों ने रिपोर्ट का अध्ययन करने के लिए और समय मांगा.
महुआ मोइत्रा मामले की टाइम लाइन
1. महुआ मोइत्रा पर आरोप था कि उन्होंने संसद में लॉग इन करने के बदले में उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से कैश और गिफ्ट लिए थे, जिसका उपयोग करके हीरानंदानी ने गौतम अडानी और अडानी समूह के खिलाफ सवाल पोस्ट किए थे.
2. दरअसल, रियल एस्टेट अरबपति निरंजन हीरानंदानी के बेटे दर्शन हीरानंदानी इस मामले में सरकारी गवाह बन गए और उन्होंने दावा किया कि उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछने के लिए मोइत्रा के संसदीय लॉगिन का इस्तेमाल किया था.
3. शिकायत सबसे पहले वकील जय अनंत देहाद्राई ने की थी. इसके बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने जय अनंत की शिकायत लोकसभा स्पीकर तक पहुंचा दी.
4. मामला एथिक्स कमेटी को सौंप दिया गया, जिसने निशिकांत दुबे, जय अनंत देहाद्राई और महुआ मोइत्रा से पूछताछ के बाद महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश की.
5. एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पर शुक्रवार को लोकसभा में विचार हुआ और महुआ मोइत्रा को निष्कासित कर दिया गया.
6. एथिक्स कमेटी ने एक अनधिकृत व्यक्ति के साथ अपने लॉगिन पासवर्ड शेयर करने के लिए टीएमसी सांसद को 6-4 के अंतर से निष्कासित करने की सिफारिश करने वाली रिपोर्ट को अपनाया.
7. सूत्रों के अनुसार, मसौदा रिपोर्ट से पता चलता है कि उन्होंने साल 2019 से 2023 तक चार बार यूएई का दौरा किया, जबकि उनका लॉगिन कई बार एक्सेस किया गया था. मोइत्रा ने उसी दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि मसौदा रिपोर्ट समाचार मीडिया में प्रकाशित हुई.
8. 17 अक्टूबर को महुआ मोइत्रा ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, एक वकील और कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स और मीडिया हाउसों को उनके खिलाफ किसी भी कथित फर्जी और अपमानजनक सामग्री को पोस्ट करने, प्रसारित करने या प्रकाशित करने से रोकने की मांग की.
9. 15 अक्टूबर को बीजेपी सांसद दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को मोइत्रा के खिलाफ शिकायत सौंपी और एक जांच समिति की मांग की और उन्हें संसद से तत्काल निलंबित किया जाए. अपनी शिकायत में, दुबे ने सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई की एक विस्तृत शिकायत का हवाला दिया.
10. एक्स (पूर्व में ट्विटर) सहित कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर महुआ मोइत्रा की कई तस्वीरें सामने आईं जिसमें में वो रॉटवीलर ब्रीड के कुत्ते के साथ दिखती हैं. इसके बाद अटकलें लगाई जाने लगती है कि ये वही कुत्ता है जो एडवोकेट देहाद्राई की ओर से पोस्ट की गई तस्वीरों में देखा गया है.
ये भी पढ़ें: महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द होने पर ममता बनर्जी की पहली प्रतिक्रिया, 'डेमोक्रेसी की बाईपास सर्जरी'