महाराष्ट्र में प्रदर्शन कर रहे किसानों और आदिवासियों को गुमराह कर रहे हैं 'शहरी माओवादी': पूनम महाजन
बीजेपी सांसद ने कहा,‘‘ माओवादी उन्हें (किसानों को) गुमराह कर रहे है. महाराष्ट्र सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह किसानों के साथ बैठकर समस्या का समाधान निकाले.’’
नई दिल्ली: बीजेपी सांसद पूनम महाजन ने आज कहा कि महाराष्ट्र में प्रदर्शन कर रहे किसान और आदिवासी शहरी माओवादियों द्वारा गुमराह किये जा रहे हैं. मुम्बई उत्तर-मध्य लोकसभा सीट से सांसद महाजन ने कहा कि बीजेपी की अगुआई वाली महाराष्ट्र सरकार की यह जिम्मेदारी थी कि वह उनकी (किसानों) समस्याओं के समाधान के लिए प्रदर्शनकारियों के साथ बैठकर बातचीत करें.
पूनम महाजन ने संसद के बाहर पत्रकारों से कहा,‘‘ दुर्भाग्यवश, माओवादियों ने आदिवासियों को प्रभावित कर लिया और उनका केन्द्र पुणे में है. सरकार उनके लिए बहुत कुछ कर सकती है लेकिन (माओवादी) विचारधारा उन्हें रोक रही है. हमने भारत के कई शहरों में शहरी माओवादियों को देखा है. वे उन जिलों में जाते हैं जिन्हें माओवादी प्रभावित क्षेत्र कहा जाता है.’’
बीजेपी सांसद ने कहा,‘‘ माओवादी उन्हें (किसानों को) गुमराह कर रहे है. महाराष्ट्र सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह किसानों के साथ बैठकर समस्या का समाधान निकाले.’’ नासिक जिले से लगभग 180 किलोमीटर तक पैदल चलकर हजारों की संख्या में किसान आज सुबह मुम्बई के आजाद मैदान में जुटे और उनके हाथों में लाल झंडे थे.
महाजन पर निशाना साधते हुए सीपीआईएम नेता एमबी राजेश ने कहा,‘‘ ऑल इंडिया किसान सभा रैली का नेतृत्व कर रही है. कोई भी पोस्टर, बैनर और झंड़े देख सकता है. मुझे डर लग रहा है कि बीजेपी उन्हें राष्ट्र- विरोधी कह सकती है.’’ किसानों की मुख्य मांगों में बिना शर्त कर्जमाफी और आदिवासी किसानों को वन भूमि का हस्तांतरण शामिल हैं.