Bihar Congress MLAs In Hyderabad: 'खैनी, पान मसाला से कपड़ों तक', हैदराबाद में ठहरे बिहार कांग्रेस के विधायकों ने जमकर की शॉपिंग
Bihar Congress MLAs Shifted To Hyderabad: बिहार में 12 फरवरी को नीतीश कुमार सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है. उसके पहले कांग्रेस ने अपने विधायकों को हैदराबाद में शिफ्ट कर दिया है.
Bihar Congress MLAs In Hyderabad: महागठबंधन का साथ छोड़कर NDA में शामिल हो चुके नीतीश कुमार के फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार कांग्रेस में टूट की आशंकाओं के बीच पार्टी ने सभी विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट कर दिया गया है. यहां सभी विधायकों को इब्राहिमपटनम के निजी रिसॉर्ट में ठहराया गया है. इस दौरान कांग्रेस के कुछ विधायक सोमवार (6 फरवरी) कौ खरीदारी करने निकले.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से कुछ विधायकों का पान मसाला और खैनी का स्टॉक खत्म हो गया था. जब उन्हें "खैनी" ( तंबाकू) खाने की तलब लगी तो हैदराबाद कांग्रेस के नेताओं की गाड़ी लेकर शॉपिंग करने निकल पड़े और किसी ने पान मसाला खरीदा तो किसी ने खैनी. कुछ विधायकों ने कपड़े भी खरीदे हैं.
बिना किसी बैगेज के हैदराबाद ले जाएगा हैं कांग्रेस विधायक
बिहार कांग्रेस के 19 विधायकों को हैदराबाद ले जाया गया है, जिनमें से 18 को रविवार को ही ले जाया गया था. जबकि एक अन्य विधायक सोमवार को पहुंचे. कुछ विधायक बिना सामान के ही हैदराबाद पहुंचाए गए है. सूत्रों ने बताया कि विधायकों से साफ कह दिया गया था कि जो जिस हालत में है, उसी हालत में पहुंच जाएं. इसी के चलते अब हैदराबाद में जरूरी सामान की खरीददारी करनी पड़ रही है. माना जा रहा है कि एक हफ्ते तक कांग्रेस विधायकों को यहां रुकना पड़ सकता है.
'बीजेपी की खरीद फरोख्त की कोशिश को नाकाम किया जाएगा'
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के सचिव एस ए संपत कुमार ने कहा है कि बीजेपी की कांग्रेस विधायकों को खरीद फरोख्त की हर कोशिश को नाकाम किया जाएगा. इधर हैदराबाद में कांग्रेस के एक नेता ने कहा है कि बिहार के विधायकों ने चारमीनार घूमने की इच्छा जाहिर की है. अगर एआईसीसी की अनुमति मिलती है, तो सभी विधायक मंगलवार को चारमिनार की यात्रा भी जा सकते हैं.
क्यों ले जाया गया है हैदराबाद
सूत्रों ने बताया है कि 12 फरवरी को होने वाले नितीश सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले कांग्रेस के कई विधायकों से संपर्क साधा गया है. वैसे तो बीजेपी-जदयू के पास बहुमत साबित करने के लिए पर्याप्त संख्या में विधायक हैं. बावजूद इसके संभावित खरीद फरोख्त को कांग्रेस हर हाल में रोकना चाहती है. दरअसल कांग्रेस नहीं चाहती है कि कोई भी विधायक लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़े. इसलिए सभी विधायकों को हैदराबाद में शिफ़्ट कर दिया गया है.