दुनिया के किस देश में हुई थी पहली परीक्षा, किसने की थी इसकी शुरुआत?
परीक्षा शब्द हमारी जिंदगी से जुड़ सा गया है, ऐसे में चलिए आज जानते हैं कि दुनिया में पहली परीक्षा कब और कहां हुई थी.
परीक्षा… ये शब्द आज हमारे जीवन का एक खास हिस्सा बन चुका है. बचपन से लेकर करियर तक, हम लगातार किसी न किसी परीक्षा की तैयारी में लगे रहते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में पहली परीक्षा कहाँ और कब हुई थी? आइए इस सवाल का जवाब जानते हैं.
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दुनिया में कहां हुई थी पहली परीक्षा
इतिहासकारों का मानना है कि आधुनिक परीक्षा प्रणाली की शुरुआत चीन से हुई थी. सबसे पहली परीक्षा चीन में आयोजित की गई थी. चीन में हजारों साल पहले ही सरकारी नौकरियों के लिए प्रतिस्पर्धी परीक्षाएं आयोजित की जाती थीं. इन परीक्षाओं में उम्मीदवारों को दर्शन, इतिहास, कविता और गणित जैसे विषयों में अपना ज्ञान प्रदर्शित करना होता था. ऐसे में दो तरह की परीक्षाएं ली जाती थीं.
इंपीरियल एग्जामिनेशन: चीन में आयोजित की जाने वाली इन परीक्षाओं को 'इंपीरियल एग्जामिनेशन' कहा जाता था. ये परीक्षाएं कई चरणों में होती थीं और इनमें सफल होने वाले उम्मीदवारों को सरकारी नौकरी मिलती थी.
मंदारिन: इन परीक्षाओं में मंदारिन भाषा का व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता था, जिसके कारण मंदारिन चीन की राष्ट्रीय भाषा बन गई.
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भारत में कैसे हुई परीक्षा की शुरुआत?
भारत में परीक्षा प्रणाली का आगमन ब्रिटिश शासनकाल के दौरान हुआ. ब्रिटिश सरकार ने भारत में भी सरकारी नौकरियों के लिए प्रतिस्पर्धी परीक्षाएं शुरू कीं. इन परीक्षाओं में अंग्रेजी भाषा का ज्ञान अनिवार्य था.
वहीं यूरोप और अमेरिका में भी 19वीं और 20वीं सदी में आधुनिक परीक्षा प्रणाली का विकास हुआ. इन देशों में शिक्षा के व्यापक विस्तार के साथ-साथ परीक्षाओं का महत्व भी बढ़ता गया. हालांकि आजकल परीक्षाएं सिर्फ सरकारी नौकरियों के लिए ही नहीं, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में योग्यता को आंकने के लिए ली जाती हैं. ऑनलाइन परीक्षाओं के आगमन से परीक्षा प्रणाली में और ज्यादा बदलाव आए हैं.
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