Samsung Strike: हड़ताल कर रहे कर्मचारियों से नहीं होगा समझौता, वेतन काटने की तैयारी में सैमसंग
No Work, No Pay: सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के चेन्नई प्लांट में 15 दिन से हड़ताल जारी है. कंपनी ने अब कर्मचारियों को नोटिस दिया है. साथ ही कंपनी यूनियन के खिलाफ अदालत भी चली गई है.
No Work, No Pay: सैमसंग में 9 सितंबर से जारी हड़ताल का हल फिलहाल निकलता नहीं दिखाई दे रहा है. कंपनी के दक्षिण भारत स्थित इस प्लांट में शुरू हुई हड़ताल से सैमसंग को बड़ा झटका लगा है. चेन्नई के नजदीक बने इस प्लांट में कंपनी के कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट बनाए जाते हैं. फेस्टिव सीजन से पहले इस हड़ताल के चलते फ्रिज, टीवी और वाशिंग मशीन का प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है. इतने दिनों तक जारी हड़ताल के बाद अब कंपनी ने ‘नो वर्क-नो पे’ पॉलिसी लागू कर दी है. साथ ही कर्मचारी यूनियन के खिलाफ कंपनी अदालत भी चली गई है.
चेन्नई प्लांट में 15 दिन से जारी है हड़ताल
सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स (Samsung Electronics) के चेन्नई प्लांट में 15 दिन से हड़ताल जारी है. कंपनी मैनेजमेंट ने सोमवार को ‘नो वर्क-नो पे’ पॉलिसी वाला नोटिस हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को भेज दिया. साथ ही संकेत दिया है कि अगर वह हड़ताल जारी रखते हैं तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा. यह हड़ताल सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (CITU) ने आयोजित की थी. बिजनेस स्टैंडर्ड ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि कंपनी के दबाव के चलते सोमवार को कुछ कर्मचारी हड़ताल छोड़कर वापस काम पर लौट गए हैं.
काम पर नहीं लौटे तो नौकरी से निकाले जाएंगे
नोटिस के अनुसार, कंपनी ने कहा है कि यह अवैध हड़ताल है. मैनेजमेंट ने पहले भी कहा है कि सभी मुद्दों का समाधान वार्ता के जरिए किया जाएगा. हमने पिछले कुछ समय में कई बार समस्याओं का समाधान निकालने की कोशिश की है. कर्मचारियों का हित हमारी पहली प्राथमिकता है. हम चाहते हैं कि आप सभी काम पर वापस लौट आएं. अगर कर्मचारी इस अवैध हड़ताल को जारी रखते हैं और नोटिस मिलने के 4 दिनों के अंदर काम पर नहीं लौटते हैं तो आपको नौकरी से निकालने का नोटिस जारी कर दिया जाएगा.
कर्मचारी यूनियन के खिलाफ अदालत पहुंची कंपनी
इससे पहले जानकारी सामने आई थी कि सैमसंग ने 12 सितंबर को जिला अदालत में कर्मचारी यूनियन के खिलाफ याचिका दाखिल की है. इसमें कंपनी ने अदालत से हड़ताल पर रोक लगाने की मांग की है. इस मामले पर गुरुवार को सुनवाई हो सकती है. सैमसंग के कर्मचारी बेहतर वेतन, यूनियन की मान्यता और काम के घंटों को लेकर हड़ताल पर गए थे. यह पिछले कुछ सालों में भारत की सबसे बड़ी हड़ताल है. इस हड़ताल के बाद कंपनी ने छंटनी का ऐलान भी किया था. इस प्लांट में 1800 कर्मचारी हैं. इनमें से करीब 1000 हड़ताल पर चले गए हैं. सैमसंग का एक और प्लांट उत्तर प्रदेश में है, जहां स्मार्टफोन बनाए जाते हैं.
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