यूपी में नहीं होगी Remdesivir की कमी, योगी सरकार ने चार कंपनियों को भेजा पौने तीन लाख वायल का ऑर्डर
उत्तर प्रदेश में कोविड मरीजों के लिए रेमडेसिवीर इंजेक्शन की अब कोई किल्लत नहीं है. सीएम योगी खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं. बता दें कि रेमडेसिवीर को जीवनरक्षक द्वारा के रूप में देखा जा रहा है और अभी के समय में इसकी डिमांड और ज्यादा बढ़ गई है.
लखनऊ. कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज में कारगर मानी जा रही रेमडेसिवीर इंजेक्शन की यूपी में अब कोई किल्लत नहीं है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद आइसोलेशन में रहते हुए ऑक्सीजन और रेमडेसिवीर की उपलब्धता की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. मंगलवार की शाम तक जुबिलियंट फार्मा की ओर से करीब 25,000 वायल की आपूर्ति कर दी जाएगी. यही नहीं, अगले दो से तीन दिनों के भीतर प्रदेश में पौने तीन लाख रेमडीसीवीर की उपलब्धता होनी तय है.
सोमवार को टीम-11 के साथ बैठक करते हुए योगी ने रेमडेसिवीर और ऑक्सीजन की उपलब्धता की समीक्षा की. बताया गया कि जुबिलियंट फार्मा, कैडिला, माइलिन और सिप्ला जैसी निर्माता कंपनियों को 2,75,000 रेमडेसिवीर की डिमांड भेजी गई हैं. इसमें सर्वाधिक एक-एक लाख वायल की आपूर्ति कैडिला और सिप्ला द्वारा होगी, जबकि माइलिन को 25000 और जुबिलियंट को 50,000 वायल की आपूर्ति करनी है.
अपर मुख्य सचिव ने दवा कंपनियों से की बात
सीएम के आदेश पर अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल दवा निर्माता कम्पनियों से सीधे संपर्क में हैं. उन्होंने बताया कि यह आपूर्ति अगले दो से तीन दिनों के भीतर सुनिश्चित हो जाएगी. सीएम योगी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इनका वितरण पारदर्शितापूर्ण ढंग से किया जाए. सभी आपूर्तिकर्ताओं से संवाद स्थापित कर प्रदेश की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मांग प्रेषित करें.
रेमडेसिवीर इंजेक्शन को माना जा रहा जीवनरक्षक दवा
बता दें कि रेमडेसिवीर इंजेक्शन को कोविड मरीजों के लिए जीवनरक्षक दवा के रूप में देखा जा रहा है. यही कारण है कि रेमडेसिवीर इंजेक्शन को लोग महंगी कीमत पर भी खरीदने को तैयार हैं. रेमडेसिवीर इंजेक्शन का इस्तेमाल कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में किया जाता है. हालांकि, कोरोना के इलाज में इसके प्रभावी ढ़ंग से काम करने को किसी ने मान्यता नहीं दी है. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी ने होम आइसोलेशन में इलाजरत रोगियों से लगातार संपर्क बनाए रखने के निर्देश भी दिए हैं.
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