Shamli News: इस मंदिर से कभी कोई खाली हाथ नहीं गया, जो मांगो मिलता है, जानिए इसका इतिहास
यह मंदिर 70 सालों से श्री मंदिर हनुमान टीला-हनुमान धाम के नाम से मशहूर है. यहां देश ही नहीं विदेश से भी लोग दर्शन करने के लिए आते हैं. यहां एक बार दर्शन करने से हर मनोकामना पूरी होती है.
Shamli News: पश्चिम उत्तर प्रदेश के शामली में एक ऐसा मंदिर है जहां दर्शन करके सबकी मुरादें पूरी होती हैं. यह मंदिर 70 सालों से संकट मोचन सिद्ध पीठ श्री मंदिर हनुमान टीला हनुमान धाम के नाम से मशहूर है. यहां देश ही नहीं विदेश से भी लोग दर्शन करने के लिए आते हैं. यहां एक बार दर्शन करने से हर मनोकामना पूरी होती है. मंदिर की इतिहास के बारे में बात करें तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इतना बड़ा मंदिर नहीं है. यहां पर भक्त हनुमान जी के दर्शन करने आते हैं
क्या है इतिहास
बताया जाता है कि महाभारत काल का इतिहास व मराठा काल का इतिहास इस मंदिर से जुड़ा हुआ है. हनुमान जी के बारे में भी बताया जाता है हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र आते हुए भगवान श्री कृष्ण ने बाबा बजरंगबली को आह्वान किया था कि नीचे की गद्दी मैं संभाल लूंगा और आप ऊपर की गद्दी संभाल लेंगे. जिसकी वजह से शाम नगरी का नाम शामली पड़ गया
पर्यटक स्थल बनाने की मांग
इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार को मेला भी लगता है. मेले में हनुमान जी को गुलदाना का प्रसाद और लड्डू का प्रसाद चढ़ाया जाता है. शामली जिले के भक्तों का कहना है कि इस मंदिर को पर्यटन स्थल बनाया जाए जिससे इसकी लोकप्रियता और बढ़ जाए.
जो मांगो मिलता है
मंदिर के पुजारी ने बताया कि यह 70 साल पुराना मंदिर है और यहां भगवान श्री कृष्ण आए थे. मंगलवार को यहां लाल रंग का चोला चढ़ाया जाता है. जो भक्त यहां आता है और सच्चे मन से मुराद मांगता है उसके मन की मुराद भी पूरी होती है. पुजारी ने बताया कि यहां 60 सालों से रामलीला भी कराई जाती है. बाबा पर बेसन के लड्डू, गुलदाना और मिठाई चढ़ाई जाती है. इस मंदिर में नामदेव झुंझुनू वाली दादी माई का भी मंदिर है.
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