Bahraich Violence: बहराइच हिंसा पर अखिलेश यादव का बड़ा बयान, कहा- 'उपचुनाव को देखकर बीजेपी ने कराया...'
UP News: करहल सीट से तेज प्रताप यादव के नामांकन में पहुंचे अखिलेश यादव ने बहराइच हिंसा को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है. कहा कि, बीजेपी ने उपचुनाव को देखकर दंगा कराया है.
Karhal By Election 2024: मैनपुरी की करहल सीट से आज समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार तेज प्रताप यादव ने नॉमिनेशन फाइल किया. इस मौके पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव डिंपल यादव के अलावा शिवपाल यादव प्रोफेसर राम गोपाल यादव और धर्मेन्द्र यादव भी मौजूद थे. तेज प्रताप यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम पहली बार करहल की जनता के बीच में नहीं जाएंगे. इससे पहले भी हम करहल की जनता के बीच में जा चुके है और करहल की जनता का प्यार हमें पहले भी मिला था. अब भी मिलेगा क्योंकि करहल की जनता जानती है कि उनका विकास कौन करेगा.
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक शिवपाल यादव ने कहा कि, करहल सीट पर भारतीय जनता पार्टी दूर दूर तक नहीं टिकती तो उसकी बात करना ही बेकार है. करहल विधानसभा समाजवादी पार्टी का गढ़ है और समाजवादी पार्टी के लोग हमेशा से यहां से जीतते आए हैं और तेज प्रताप यादव भी यहां से चुनाव जीतेगा.
अखिलेश यादव ने किया जीत का दावा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तेज प्रताप यादव के नॉमिनेशन के बाद उनकी जीत का दावा किया और कहा कि तेज प्रताप यादव को करहल की जनता जीता कर ही भेजेगी क्योंकि करहल की जनता का प्यार सदैव समाजवादी पार्टी के साथ रहा है. अखिलेश यादव ने कांग्रेस से सीटों को लेकर मतभेद की बात पर कहा कि यह हम दोनों पार्टियों के बीच का मामला है और हम इसे सुलझा लेंगे. कोई नाराजगी नहीं है, हम गठबंधन के साथ ही यूपी में हो रहे उपचुनाव में जाएंगे और जीत कर आयेगे.
अखिलेश यादव ने उपचुनाव को लेकर कहा बहराइच की हिंसा एक सोची समझी साजिश है. बहराइच का दंगा बीजेपी ने कराया है. बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के उपचुनाव को देखकर यह दंगा कराया है. अगर हम करहल विधानसभा सीट के इतिहास के बारे में बात करें तो करहल विधानसभा सीट यादव बाहुल्य सीट है. यहां पर यादव मतदाता जीत हार में निर्णायक भूमिका अदा करते हैं.
दरअसल अखिलेश यादव ने 2022 में करहल सीट को बीजेपी के नेता और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को हराकर जीती थी. अखिलेश 2019 में आजमगढ़ से सांसद बने थे, लेकिन 2022 में उन्होंने लखनऊ की राजनीति करने के लिए अपने गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी जिले की करहल सीट को चुना था.
क्या कहता है करहल पर जातीय समीकरण?
करहल विधानसभा सीट पर कुल मतदाता 3,75,000 है. जातीय समीकरण की बात करें तो करहल में 1,30,000 यादव हैं. वहीं एक अनुमान के मुताबिक इस सीट पर अनुसूचित जाति के 60,000 मतदाता इसके साथ ही 50,000 शाक्य, और 30,000 ठाकुर; 30,000 पाल/ बघेल, 25,000 मुस्लिम, 20,000 लोधी, 20,000 ब्राह्मण और 15,000 बनिया समाज के मतदाता हैं. अभिजातीय समीकरण को देखने के बाद आपको भी अंदाजा हो गया होगा कि आखिरकार समाजवादी पार्टी अपनी जीत पर इतना भरोसा क्यों कर रही है
फिलहाल समाजवादी पार्टी की तरफ से तेज प्रताप यादव ने अपना नॉमिनेशन फाइल कर दिया है लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय जनता पार्टी इस पर कोई बड़ा चेहरा उतार सकती है. क्योंकि भारतीय जनता पार्टी की पूरी कोशिश होगी कि इस सीट पर चुनाव जीत कर एक संदेश दिया जाए कि लोकसभा चुनाव नतीजों को लेकर जो अटकलें लगाई जा रही थी वह अटकलें पूरी तरह से गलत है.
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