![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
Rajasthan News: राजस्थान में सीरो सर्वे में 90% में मिली एंटीबॉडी, राज्य में 130 करोड़ की लागत से बनेगी लैब
देश में कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है. कोरोना के बेहतर ढंग से रोक थाम के लिए राजस्थान सरकार नागरिकों का सीरो सर्वेक्षण करवाया है. मुख्यमंत्री गहलोत के मुताबिक 90 फ़ीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाई गई है.
![Rajasthan News: राजस्थान में सीरो सर्वे में 90% में मिली एंटीबॉडी, राज्य में 130 करोड़ की लागत से बनेगी लैब Rajasthan News Antibodies found 90 percent people sero survey in Rajasthan lab to be built in the state at cost 130 crores to prevent viral diseases Rajasthan News: राजस्थान में सीरो सर्वे में 90% में मिली एंटीबॉडी, राज्य में 130 करोड़ की लागत से बनेगी लैब](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/01/14/1e57a763498be8059c91c580a51008ce_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Rajasthan CM Ashok Gehlot: देश में कोरोना महामारी का प्रकोप जारी है. बढ़ते मामलों को देखते हुए राजस्थान सरकार ने नागरिकों की रोग प्रतिरोधक क्षमता की जांच के लिए सीरो सर्वेक्षण कराया गया. इस सर्वेक्षण के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को बताया कि, राजस्थान में सीरो सर्वेक्षण के दौरान 90 फीसदी लोगों में 'एंटीबॉडी' (रोग प्रतिरोधक क्षमता) पाई गई है. उन्होंने अपने बयान में आगे कहा, "मुझे यह बताते हुए संतोष हो रहा है कि राजस्थान में सीरो सर्विलांस करवाया गया, जिसमें 90 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाई गई है."
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीरो सर्वेक्षण के संबंध में बात करते हुए आगे बताया कि, यह दर्शाता है कि राज्य में कोरोना संक्रमण का सामुदायिक प्रसार होकर 'हर्ड इम्युनिटी' विकसित हो चुकी है. वहीं नागरिकों में एंटीबॉडी के उच्च स्तर पाए जाने के बावजूद मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि फिर भी टीकाकरण आवश्यक है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऑनलाइन की चर्चा में हुए शामिल
गौरतलब हो कि है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड की स्थिति को लेकर बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्रियों के साथ ऑनलाइन चर्चा की. वहीं मुख्यमंत्री गहलोत भी इसमें शामिल हुए. हालांकि, इस दौरान अपनी बात रखने का मौका केवल आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों को ही मिला.
गहलोत ने बाद में कहा कि प्रधानमंत्री के साथ चर्चा में अवसर नहीं मिलने के कारण वह कोरोना प्रबंधन को लेकर अपने सुझाव सोशल मीडिया के जरिए साझा कर रहे हैं. गहलोत के सुझावों में कोरोना बचाव की एहतियाती खुराक सभी आयु वर्ग के लिए उपलब्ध करवाने, एहतियाती खुराक के लिए अंतराल को नौ माह से घटाकर तीन से छह महीने करने का सुझाव भी शामिल है.
राजस्थान में "इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रोपिकल मेडिसिन एंड वायरोलॉजी" की स्थापना
मुख्यमंत्री के अनुसार, राज्य में 130 करोड़ रूपये की लागत से "इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रोपिकल मेडिसिन एंड वायरोलॉजी" की स्थापना का काम शुरू कर दिया गया है. इसमें 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी', पुणे एवं 'स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन', कोलकाता, दोनों की विशेषज्ञताओं एवं आधुनिकतम सुविधाओं का समावेश किया जा रहा है, जिससे भविष्य में वायरसजनित बीमारियों के अध्ययन एवं चुनौतियों से निपटने में आसानी होगी.
यह भी पढ़ें:
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)