Rajasthan: पैसे डबल करने का लालच देकर लेता था हजारों, वापस करता था दोगुना नकली नोट, पुलिस ने रंगे हाथों शातिर को दबोचा
Pratapgarh News: उदयपुर संभाग के प्रतापगढ़ जिला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. इसमें असली की जगह 2 गुना नकली नोट बेच देने वाले शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया. पूछताछ में कई खुलासे हुए.
Udaipur Crime News: नकली नोट के मामले तो देशभर में कई सामने आए हैं, लेकिन उदयपुर संभाग के प्रतापगढ़ जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक शातिर अपराधी असली नोट के बजाय दोगुना नकली नोट बाजार में बेच देता था. यह मामला अलग इसलिए है, क्योंकि उसकी तरकीब ऐसी थी कि वह आसानी से लोगों को झांसे में लेकर असली नोट लेकर कागज के टुकड़े बाजार में चला देता था. प्रतापगढ़ पुलिस ने बोगस ग्राहक बनकर आरोपी को दबोचा. फिर पूछताछ में आरोपी ने कई खुलासे किए. जानते हैं उसकी तरकीब और कैसे लेता था लोगों को झांसे में.
प्रतापगढ़ एसपी अमित कुमार ने बताया कि मुखबीर के जरिये सूचना मिली की मौखमपुरा में मुख्य हाईवे प्रतापगढ़- मन्दसौर रोड पर निमार्णाधीन मकान शेरबादशाह खां पिता राजू खां निवासी मौखमपुरा द्वारा लोगो को रुपये डबल कर देने का झांसा देकर उनके साथ धोखाधड़ी करता है. इस पर पुलिस ने अपने जाप्ते में से कांस्टेबल को बोगस ग्राहक बनाकर 5000 रुपये देकर भेजा. इसपर शेरबादशाह ने एक बंडल जिसके आगे पीछे 500-500 रुपये के नोट लगाकर बीच में 18 सादे कागज लगाकर उसे दे दिए. बोगस ग्राहक कांस्टेबल द्वारा इशारा करने पर टीम ने उसे दबोच लिया. जब पूछताछ की तो चौंकाने वाली बात सामने आई.
असली को नकली बनाकर दिखाता था, फिर कागज के टुकड़े दे देता
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी लोगों को रुपये डबल करने का लालच देता था. इसमें जैसे ही कोई व्यक्ति उसके पास पहुंचता था तो पहले वह विश्वास दिलाने के लिए असली नोट को लिक्विड बीटाडीन में डाल देता था, जिससे नोट का रंग हल्का होता था. ऐसे में सामने वाला व्यक्ति उस नोट को नकली समझ लेता था और आरोपी व्यक्ति के सामने ही उस नोट को पेट्रोल पंप सहित अन्य जगह पर चला कर दिखाता था.
ऐसे में व्यक्ति विश्वास कर लेता था और फिर आरोपी को जैसे 5000 रुपये दिए तो वह कुछ नोट असली मिलाकर अंदर कागज के टुकड़े नोट की साइज के फसा देता था और गड्डी बना लेता था. फिर नोट की गड्डी को रबड़ से अच्छी तरह पैक कर देता था. डिलीवरी के समय वह पुलिस के आने का डर बताकर व्यक्ति को गड्डी पकड़ा देता था और देखने तक का मौका नहीं देता था. फिर वहां से चला जाता था. जब व्यक्ति अपने मुकाम पर जाकर गड्डी खोलता था तो सामने कागज के टुकड़े आते थे. पैसे लेने वाला व्यक्ति पुलिस के पास भी इसलिए नहीं जाता था क्योंकि उसे कार्रवाई का डर था. पुलिस को ऐसी सूचना मिलते ही कार्रवाई को अंजाम दिया.
यह भी पढ़ें: Rajasthan Election 2023: धौलपुर विधानसभा सीट, जहां शुरू में रहा कांग्रेस का दबदबा लेकिन अब है बीजेपी का गढ़
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets