Conversions in Punjab: पंजाब में खुलेआम धर्म परिवर्तन कराने का दावा! BJP ने वीडियो शेयर कर AAP को बोला- 'इसे नजरअंदाज न करें'
Punjab: मनजिंदर सिरसा ने दावा किया था कि, पंजाब में ईसाइयों के चर्च की संख्या बढ़ती जा रही है. पाकिस्तान से सटे इलाकों में यह चर्च बनाए जा रहे हैं और जहां चर्च नहीं है वहां गिरजाघर बनाए जा रहे हैं.
Punjab News: पंजाब में बीजेपी नेता ने खुलेआम धर्मपरिवर्तन होने का दावा किया है. दरअसल, मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा कि, 'पंजाब की दुखद हकीकत, ईसाई मिशनरियां ऐसी नाटकीयता और जबरदस्ती की तकनीकों के जरिए जनता का धर्म परिवर्तन कराती रहती हैं. पंजाब सरकार इस पर नरम है. बल्कि ऐसी नाटकीय रणनीति के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए, जो लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए है. पंजाब सरकार जानबूझकर अपनी पक्षपातपूर्ण राजनीति के कारण इसे नजरअंदाज कर रही है.'
गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने क्या कहा?
दरअसल, इस वीडियो में फादर द्रारा लड़कियों के एक ग्रुप पर जल छिड़का जाता है, जिसके बाद ये लड़किया जमीन पर गिरकर लोटने लगती है. वहीं मनजिंदर सिंह सिरसा के ट्वीट पर शिरोमणि कमेटी के महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि, हम इस बात के खिलाफ हैं कि यह एक पाखंड है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले दिनों आनंदपुर साहिब में जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह के नेतृत्व में एक बैठक हुई थी और उसमें ईसाई धर्म के वरिष्ठ धर्मगुरु आए थे और उन्होंने कहा था कि, हम धार्मिक रूप से इसे स्वीकार नहीं करते हैं. यह सिर्फ पाखंड और नाटक है और इसमें पैसे लेकर अभिनय किया जाता है.
Sad reality of Punjab: Christian missionaries continue to convert masses through such dramatics and coercive techniques.@AapPunjab Govt is soft on this. Rather it should be registering a case against such theatrical tactics that are meant to brainwash people!
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) July 7, 2023
AAP Punjab is… pic.twitter.com/7I4LHjWh3z
पंजाब में बढ़ी चर्च की संख्या
इससे पहले भी सिरसा ने दावा किया था कि, पंजाब में धर्म परिवर्तन का असर यह है कि प्रदेश में ईसाइयों के चर्च की संख्या बढ़ती जा रही है. पाकिस्तान से सटे बॉर्डर इलाकों में यह चर्च बनाए जा रहे हैं और जहां चर्च नहीं है वहां गिरजाघर बनाए जा रहे हैं. इसकी साथ ही ईसाई धर्म को बढ़ावा देने के लिए दीवारों पर संदेश भी लिखे जा रहे है. पिछले दिनों धर्मांतरण के खिलाफ निहंग सिखों ने भी जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था. वही स्थानीय ईसाई धर्म के लोग इस तरह की किसी भी साजिश से इनकार करते हैं.