Chandigarh Mayor Polls: चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजों को लेकर NSUI का जोरदार हंगामा, बैरिकेड्स पर चढ़े कार्यकर्ता तो पुलिस ने की पानी की बौछार
NSUI Protest In Chandigarh: चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजों को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की.
Chandigarh News: चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजों को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी बीजेपी को लगातार घेरने में लगी है. इसी कड़ी में आज चंडीगढ़ में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. NSUI कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार की. इस दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ता पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेडिंग को पार करने की कोशिश करते नजर आए और बीजेपी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की.
आम आदमी पार्टी ने निकाला कैंडल मार्च
आपको बता दें कि इससे पहले मंगलवार को चंडीगढ़ में आदमी पार्टी के नेताओं ने मुंह पर काला कपड़ा बांधकर कैंडल मार्च निकालकर बीजेपी के खिलाफ रोष जताया था. इस साथ ही प्रतिदिन AAP का एक पार्षद और चार कार्यकर्ता 24 घंटे अनशन पर बैठते हैं. प्रदर्शन के दौरान चंडीगढ़ के सह-प्रभारी डा. सनी अहलूवालिया ने 3 वीडियो जारी कर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी वोट चोर पार्टी है वो वोटों की चोरी, धांधली और गुंडागर्दी से चुनाव को जीतती है. वहीं पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ काम को अंजाम दिया है. लेकिन इसका असली साजिशकर्ता कोई और है. उनको ऊपर से काम करने का आदेश मिला था. सनी अहलूवालिया ने कहा कि अनिल मसीह को कैमरे में मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ करते हुए साफ देखा जा सकता है.
#WATCH मेयर चुनाव नतीजों को लेकर चंडीगढ़ में भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे NSUI कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार की। pic.twitter.com/VKmVeWXnR5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 7, 2024 [/tw]
सीएम भगवंत मान ने की थी अनिल मसीह की मिमिक्री
चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजों को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह की मिमिक्री कर बताया था कि वो कैसे कैमरे में ये सब करते हुए कैद हो गए है. सीएम मान ने कहा कि अगर देश का लोकतंत्र बचाना है तो सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ेगा. आपको बता दें कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी चुनाव अधिकारी को कड़ी फटकार लगा चुका है.