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Maharashtra Politics: ‘राहुल गांधी काबिल नेता हैं लेकिन अच्छे वक्ता नहीं’, महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार का बयान
Vijay Wadettiwar Statement: महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने सोमवार को कहा कि पार्टी सांसद राहुल गांधी एक काबिल नेता हैं, लेकिन वह एक अच्छे वक्ता नहीं हैं.
![Maharashtra Politics: ‘राहुल गांधी काबिल नेता हैं लेकिन अच्छे वक्ता नहीं’, महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार का बयान Rahul Gandhi is a capable leader but not a good speaker said Maharashtra Leader of Opposition Vijay Wadettiwar Maharashtra Politics: ‘राहुल गांधी काबिल नेता हैं लेकिन अच्छे वक्ता नहीं’, महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार का बयान](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/09/6085b177e200917e9e998787ac174bc21696871497361864_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Maharashtra News: महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार (Vijay Wadettiwar) ने सोमवार को कहा कि पार्टी सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) एक काबिल नेता हैं, लेकिन वह एक अच्छे वक्ता नहीं हैं. वडेट्टीवार ने ‘एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी (डब्ल्यूपीयू)’ में ‘स्कूल ऑफ गवर्नेंस’ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में छात्रों को राजनीति में एक अच्छा वक्ता होने का महत्व समझाते हुए यह बात कही.
राजनीति में युवा पीढ़ी को मौका दें- विजय वडेट्टीवार
विजय वडेट्टीवार ने यह भी कहा कि वरिष्ठ नेताओं को राजनीति में युवा पीढ़ी को मौका देना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘राजनीति में एक अच्छा वक्ता होना जरूरी है. राहुल गांधी एक काबिल नेता हैं, लेकिन वह एक अच्छे वक्ता नहीं हैं. आपको सबसे पहले एक अच्छा वक्ता बनना होगा. जब भी आपको लोगों के सामने बोलना हो, तो उदाहरण देकर बोलें.’
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे. वडेट्टीवार ने एमआईटी-डब्ल्यूपीयू में ‘स्कूल ऑफ गवर्नेंस’ के संस्थापक राहुल कराड की ओर इशारा करते हुए कहा कि ‘राहुल’ नाम के व्यक्ति हमेशा कुशल होते हैं. उन्होंने कहा, ‘दो राहुल (नार्वेकर और कराड) यहां बैठे हैं और तीसरे राहुल (राहुल गांधी) वहां (दिल्ली में) बैठे हैं, जिनके नाम राहुल होते हैं वे कुशल होते हैं और उनका कौशल हमेशा अनोखा होता है.’
विजय वडेट्टीवार ने दी सलाह
विजय वडेट्टीवार ने यह भी कहा कि अब लोग 70, 80 और 90 साल की उम्र तक राजनीति में बने रहते हैं, लेकिन नई पीढ़ी को आने का मौका देना चाहिए. यह पीढ़ी प्रशिक्षण लेकर तैयार हो रही है और इसलिए हमने ठहरने का फैसला किया है. वडेट्टीवार ने कहा कि राजनीति की खासियत यह है कि हर नेता को लगता है कि वह युवा है.
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, ‘जब मैंने पहली बार चुनाव लड़ा, तो मुझे (चुनाव लड़ने के लिए) 78,000 रुपये मिले, लेकिन यह मत पूछिए कि कितनी रकम की जरूरत होती है, नहीं तो चुनाव आयोग मेरे पीछे पड़ जाएगा.’
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