गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले में बीती रात तांत्रिक की निर्मम हत्या कर दी गई. हत्या के बाद अपराधियों ने मृतक के सिर और हाथ को धड़ से अलग कर कहीं और फेंक दिया. इधर, घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस को चंवर में शव मिला, जबकि सिर और हाथ धड़ से गायब थे. घटना बरौली थाने के रूपन छाप गांव की है. मृतक की पहचान उक्त गांव निवासी स्व. जंग बहादुर भगत के बेटे जितेंद्र भगत (55) के रूप में की गई है. पुलिस ने मामले में मृतक के बेटे के बयान पर गांव के ही बीरेंद्र यादव समेत पांच लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की है. 


शक के अधार पर की हत्या


पुलिस ने हत्या की वजह की जांच की तो पता चला कि फरार आरोपित बीरेंद्र यादव की बेटी बीमारी रहती थी. जितेंद्र भगत उसे झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र विद्या से ठीक करने जाते थे. पांच दिन पहले बीरेंद्र यादव की बेटी की मौत हो गई. उसके पहले बीरेंद्र के मवेशी की मौत हो गई थी. बीरेंद्र को शक हुआ कि तांत्रिक की वजह से उसका परिवार तबाह हुआ, जिसके बाद उसने गुरुवार की शाम भैंस चराने दियर में पहुंचे जितेंद्र भगत की चार-पांच लोगों के साथ मिलकर निर्मम हत्या कर दी.


वहीं, सदर एसडीपीओ नरेश पासवान का कहना है कि पुलिस ने जब फरार आरोपित बीरेंद्र यादव और अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की, तो सबका घर खाली मिला. मकान में तलाशी ली गई तो अवैध एक नाली हथियार मिला. साथ ही चार खोखा बरामद किया गया. पुलिस ने अवैध हथियार को जब्त करने के बाद मकान को सील कर दिया है. वहीं, हत्या में प्रयोग किए गए हथियार को बरामद करने के लिए पुलिस मकान समेत घटनास्थल पर जांच कर रही है.


दहशत में दोनों चश्मदीद युवक 


वारदात के दौरान गांव के ही दो युवक पास में भैंस चरा रहे थे. जितेंद्र भगत की हत्या को दोनों चश्मदीदों ने देख लिया, जिसके बाद वे भागकर गांव पहुंचे और इसकी जानकारी परिजनों को दी. पुलिस ने भी चश्मदीदों से पूछताछ की. ग्रामीणों के मुताबिक युवकों ने बताया कि आरोपित बीरेंद्र यादव जब जितेंद्र को मार रहा था तो जोर-जोर से चिल्ला रहा था कि 'बेटी की मौत तुम्हारे वजह से हुई, बेटा बीमार हुआ और मवेशी भी मरा', इतना सुनने के बाद दोनों युवक वहां पहुंचे तो धारदार हथियार देख घर की तरफ भाग निकले. 


हत्या से परिवार के लोग आक्रोशित


गुरुवार की रात में हुई जितेंद्र भगत की हत्या से मृतक के परिजन और ग्रामीण उग्र हो गए. आक्रोशित परिजनों ने आरोपित के घर पर जाकर खोजबीन की, लेकिन सभी फरार मिले. मोबाइल भी सभी का बंद मिला. उधर, बरौली थाने की पुलिस ने स्थिति को देखते हुए रूपन छाप गांव में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी. पुलिस ने मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से हत्याकांड में फरार आरोपितों की गिरफ्तारी में मदद करने की अपील की है. 


रिश्तेदारों के घर हुई छापेमारी 


बरौली थाने की पुलिस ने हत्या के बाद फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए उनके रिश्तेदारों के यहां छापेमारी की. शुक्रवार को अलग-अलग तीन ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी की, लेकिन कहीं भी फरार आरोपितों का सुराग नहीं मिला. पुलिस को आशंका है कि हत्या के बाद किसी नजदीकी संबंधी के यहां सभी आरोपित छिपे हुए हैं. पुलिस का कहना है कि वारंट के बाद इश्तेहार और कुर्की की कार्रवाई की जायेगी. 


पत्नी बेहोश, सदमे में परिवार 


जितेंद्र भगत की हत्या से पूरा भगत परिवार आहत था. मृतक की पत्नी कुमारी देवी बार-बार बेहोश हो जा रही थी. वहीं, पुत्र अजय भगत, विजय भगत, संजय भगत, नीरज भगत पिता की हत्या से सदमे में थे. जघन्य तरीके से हत्या किये जाने से आक्रोश भी था. परिवार के लोगों का कहना था कि जितेंद्र तांत्रिक नहीं थे. परिवार मवेशी पालक है. बीरेंद्र का मवेशी बीमार था, जिसे दवा की सलाह जितेंद्र भगत दिए होंगे. बेटों ने कहा कि साजिश के तहत उनके पिता की रूपन छाप दियारा में हत्या की गयी है.


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