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CM नीतीश के 'सपने' को साकार करने के लिए महिला मुखिया ने की अनोखी पहल, अब हर तरफ हो रही चर्चा
महिला मुखिया अर्चना आनंद ने बताया कि हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी लागू करने के लिए बेहतर प्रयास कर रहे हैं. उनके प्रयास को केवल धरातल पर उतारने की जरूरत है. यही सोचकर ये फैसला लिया गया है.
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सहरसा: बिहार में शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू कराने के लिए नीतीश सरकार एक के बाद एक फैसले ले रही है. वहीं, अब मुखिया ने भी बिहार सरकार के शराबबंदी कानून को सफल बनाने के लिए पहल करना शुरू कर दिया है. प्रदेश के सहरसा जिले के महिषी प्रखंड के वीरगांव पंचायत की महिला मुखिया अर्चना आनंद ने शराबबंदी को सफल बनाने के लिए अनोखी पहल की है. उन्होंने उनकी पंचायत में शराब बेचने और शराब पीने वालों की सूचना देने वाले व्यक्ति को 51 सौ रुपये नकद इनाम स्वरूप देने की घोषणा की है. महिला मुखिया के इस अनोखी पहल की सभी जगह खुल कर तारीफ हो रही है. वहीं, पंचायत में भी इस घोषणा का व्यापक असर देखने को मिल रहा है.
महिला मुखिया ने कही ये बात
इस संबंध में बात करते हुए महिला मुखिया ने कहा कि 25 जनवरी को एक महिला उनके घर पर रोती हुई आई और बताया कि उसके पति ने शराब के नशे में उसकी बहुत पिटाई की है. ऐसे में इस मामले पर उन्होंने संज्ञान में लिया और 26 जनवरी को ये घोषणा कर दी, कि जो व्यक्ति शराब बेचने वालों और पीने वालों की जानकारी देगा, उसे 51 सौ रुपये का इनाम दिया जाएगा. साथ ही उनकी पहचान भी गुप्त रखी जाएगी. वहीं, शराब पीने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
महिला मुखिया अर्चना आनंद ने बताया कि हमारे मुख्यमंत्री बेहतर प्रयास कर रहे हैं. उनके प्रयास को धरातल पर उतारने की जरूरत है. इधर, घोषणा के बाद पंचायत में असर दिख रहा है. आठ दिनों के अंदर ही पंचायत में काफी बदलाव आया है. अब वहां शायद ही कोई शराब पीता है. पंचायत में शराब का सेवन नहीं के रूप में हो रहा है.
विदित हो कि प्रदेश में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद रोजाना अवैध शराब की खेप बरामद की जाती है. वहीं, विधानसभा से लेकर सड़क तक शराब की खाली बोतलें मिलतीं हैं. बीते दिनों सहरसा अंचल कार्यालय परिसर में भी शराब की खाली बोतलें मिलीं थीं. ऐसे में मुखिया ने अपने पंचायत को शराब और शराबियों से मुक्त करने के लिए ये पहल की है.
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