एक्सप्लोरर

लोकसभा चुनाव परिणाम 2024

UTTAR PRADESH (80)
43
INDIA
36
NDA
01
OTH
MAHARASHTRA (48)
30
INDIA
17
NDA
01
OTH
WEST BENGAL (42)
29
TMC
12
BJP
01
INC
BIHAR (40)
30
NDA
09
INDIA
01
OTH
TAMIL NADU (39)
39
DMK+
00
AIADMK+
00
BJP+
00
NTK
KARNATAKA (28)
19
NDA
09
INC
00
OTH
MADHYA PRADESH (29)
29
BJP
00
INDIA
00
OTH
RAJASTHAN (25)
14
BJP
11
INDIA
00
OTH
DELHI (07)
07
NDA
00
INDIA
00
OTH
HARYANA (10)
05
INDIA
05
BJP
00
OTH
GUJARAT (26)
25
BJP
01
INDIA
00
OTH
(Source: ECI / CVoter)

Sunflower Farming: इससे ज्यादा फायदेमंद कुछ भी नहीं, यहां जानें सूरजमुखी की खेती का सबसे आसान तरीका

Sunflower Cultivation: सूरजमुखी एक तिलहनी फसल है, जिसके बीज और तेल की बढती खपत के चलते अब देश के ज्यादातर इलाकों में इसकी खेती की जा रही है. रबी सीजन में इसके बीजों की काफी अच्छी पैदावार मिलती है.

Sunflower Cultivation: सूरजमुखी एक तिलहनी फसल है, जिसके बीज और तेल की बढती खपत के चलते अब देश के ज्यादातर इलाकों में इसकी खेती की जा रही है. रबी सीजन में इसके बीजों की काफी अच्छी पैदावार मिलती है.

सूरजमुखी की खेती (फाइल तस्वीर)

1/8
भारत में सूरजमुखी की खेती- भारत में सबसे पहले सूरजममुखी की फसल साल 1969 में लगाई, जिसके बाद उत्तराखंड के पंतनगर में इसके अच्छे परिणाम देखे गये. अब हर साल 15 लाख हेक्टेयर पर सूरजमुकी की खेती की जाती है, जिससे करीब 90 लाख टन पैदावार मिलती है. बता दें कि सूरजमुखी की औसत पैदावार 7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है. भारत में महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, आंधप्रदेश, तमिलनाडू, हरियाणा और पंजाब के किसान इसकी खेती बड़े पैमाने पर करते हैं.
भारत में सूरजमुखी की खेती- भारत में सबसे पहले सूरजममुखी की फसल साल 1969 में लगाई, जिसके बाद उत्तराखंड के पंतनगर में इसके अच्छे परिणाम देखे गये. अब हर साल 15 लाख हेक्टेयर पर सूरजमुकी की खेती की जाती है, जिससे करीब 90 लाख टन पैदावार मिलती है. बता दें कि सूरजमुखी की औसत पैदावार 7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है. भारत में महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, आंधप्रदेश, तमिलनाडू, हरियाणा और पंजाब के किसान इसकी खेती बड़े पैमाने पर करते हैं.
2/8
खेत की तैयारी- सूरजमुखी की खेती के लिये मिट्टी की जांच करवाने की सलाह दी जाती है, ताकि मिट्टी की जरूरतों के मुताबिक खाद-उर्वरक और बीजों का इस्तेमाल किया जा सके. इसकी खेती के लिये जल निकासी वाली भारी मिट्टी सबसे अच्छी रहती. ध्यान रखें कि अम्लीय और क्षारीय जमीन में सूरजमुखी की खेती नहीं करनी चाहिये. इसकी बुवाई से पहले बीजों का उपचार और खेतों को गहरी जुताई लगाकर जैविक विधि से तैयार करने की सलाह दी जाती है.
खेत की तैयारी- सूरजमुखी की खेती के लिये मिट्टी की जांच करवाने की सलाह दी जाती है, ताकि मिट्टी की जरूरतों के मुताबिक खाद-उर्वरक और बीजों का इस्तेमाल किया जा सके. इसकी खेती के लिये जल निकासी वाली भारी मिट्टी सबसे अच्छी रहती. ध्यान रखें कि अम्लीय और क्षारीय जमीन में सूरजमुखी की खेती नहीं करनी चाहिये. इसकी बुवाई से पहले बीजों का उपचार और खेतों को गहरी जुताई लगाकर जैविक विधि से तैयार करने की सलाह दी जाती है.
3/8
सूरजमुखी की उन्नत किस्में- सूरजमुखी की फसल से अधिक और अच्छी क्वालिटी की पैदावार के लिये उन्नत किस्मों से बुवाई करना बेहद जरूरी है. इसकी कंपोजिट और हाइब्रिड किस्में दोनों ही 90 से 100 दिनों के अंदर तैयार हो जाती है, जिनसे 40 से 50 फीसदी तेल का उत्पादन ले सकते हैं. इसकी बुवाई के लिये बीएसएस-1, केबीएसएस-1, ज्वालामुखी, एमएसएफएच-19, सूर्या किस्मों का चयन कर सकते हैं.
सूरजमुखी की उन्नत किस्में- सूरजमुखी की फसल से अधिक और अच्छी क्वालिटी की पैदावार के लिये उन्नत किस्मों से बुवाई करना बेहद जरूरी है. इसकी कंपोजिट और हाइब्रिड किस्में दोनों ही 90 से 100 दिनों के अंदर तैयार हो जाती है, जिनसे 40 से 50 फीसदी तेल का उत्पादन ले सकते हैं. इसकी बुवाई के लिये बीएसएस-1, केबीएसएस-1, ज्वालामुखी, एमएसएफएच-19, सूर्या किस्मों का चयन कर सकते हैं.
4/8
सूरजमुखी की बुवाई- बता दें कि सूरजमुखी एक सदाबहार फसल है, जिसकी बुवाई रबी सीजन की शुरुआत में की जा सकती है. छिड़काव विधि के मुकाबले कतार विधि से ही सूरजमुखी के बीजों की बुवाई करनी चाहिये, ताकि प्रबंधन कार्यों में आसानी रहे. इसके लिये लाइनों के बीच 4-5 सेमी और बीजों के बीच 25-30 सेमी का फासला रखना बेहतर रहेगा.
सूरजमुखी की बुवाई- बता दें कि सूरजमुखी एक सदाबहार फसल है, जिसकी बुवाई रबी सीजन की शुरुआत में की जा सकती है. छिड़काव विधि के मुकाबले कतार विधि से ही सूरजमुखी के बीजों की बुवाई करनी चाहिये, ताकि प्रबंधन कार्यों में आसानी रहे. इसके लिये लाइनों के बीच 4-5 सेमी और बीजों के बीच 25-30 सेमी का फासला रखना बेहतर रहेगा.
5/8
सूरजमुखी में  खाद एव उर्वरक-  किसी भी फसल से बेहतर पैदावार के लिये खाद-उर्वरकों का इस्तेमाल तो होता ही है. इसी तरह सूरजमुखी की फसल से ही अधिक तेल वाले बीजों का क्वालिटी प्रोडक्शन लेने के लिये 6 से 8 टन सड़ी हुई गोबर की खाद, वर्मीकंपोस्ट,  130 से 160 किग्रा यूरिया, 375 किग्रा एसएसपी और 66 किग्रा पोटाश प्रति हेक्टेयर की दर से विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार इस्तेमाल कर सकते हैं.
सूरजमुखी में खाद एव उर्वरक- किसी भी फसल से बेहतर पैदावार के लिये खाद-उर्वरकों का इस्तेमाल तो होता ही है. इसी तरह सूरजमुखी की फसल से ही अधिक तेल वाले बीजों का क्वालिटी प्रोडक्शन लेने के लिये 6 से 8 टन सड़ी हुई गोबर की खाद, वर्मीकंपोस्ट, 130 से 160 किग्रा यूरिया, 375 किग्रा एसएसपी और 66 किग्रा पोटाश प्रति हेक्टेयर की दर से विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार इस्तेमाल कर सकते हैं.
6/8
सूरजमुखी में सिंचाई- सूरजमुखी की फसल के बाहतर विकास के लिये 3 से 4 सिंचाईयां की जाती है, क्योंकि नमी के बीच इसके पौधे बेहचर ढंग से पनपते हैं. इसकी फसल में पहली सिंचाई हुवाई के 30 से 35 दिन बाद, फिर 20 से 25 दिन के अंतराल पर दूसरी सिंचाई, फसल से फूल आने पर और बीज निकलते समय भी हल्की सिंचाई का काम किया जाता है.
सूरजमुखी में सिंचाई- सूरजमुखी की फसल के बाहतर विकास के लिये 3 से 4 सिंचाईयां की जाती है, क्योंकि नमी के बीच इसके पौधे बेहचर ढंग से पनपते हैं. इसकी फसल में पहली सिंचाई हुवाई के 30 से 35 दिन बाद, फिर 20 से 25 दिन के अंतराल पर दूसरी सिंचाई, फसल से फूल आने पर और बीज निकलते समय भी हल्की सिंचाई का काम किया जाता है.
7/8
सूरजमुखी में कीट नियंत्रण अकसर सूरजमुखी की फसल में एफिड्स, जैसिड्स, हरी सुंडी व हेड बोरर जैसे कीट और रतुआ, डाउनी मिल्ड्यू, हेड राट, राइजोपस हेड राट जैसे रोगों की संभावना बढ़ जाती है. इसके अलावा पक्षी भी बीज बनते समय सूरजमुखी के बीजों को निकल ले जाते हैं. ऐसे में विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार छिड़काव और बचाव के उपाय करने चाहिये, ताकि फसल को नुकसान से बचाया जा सके.
सूरजमुखी में कीट नियंत्रण अकसर सूरजमुखी की फसल में एफिड्स, जैसिड्स, हरी सुंडी व हेड बोरर जैसे कीट और रतुआ, डाउनी मिल्ड्यू, हेड राट, राइजोपस हेड राट जैसे रोगों की संभावना बढ़ जाती है. इसके अलावा पक्षी भी बीज बनते समय सूरजमुखी के बीजों को निकल ले जाते हैं. ऐसे में विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार छिड़काव और बचाव के उपाय करने चाहिये, ताकि फसल को नुकसान से बचाया जा सके.
8/8
सूरजमुखी की कटाई सूरजमुखी के फऊलों का पिछला हिस्सा नींबू जैसा पीला होने पर ही इसकी कटाई का काम किया जाता है. कई किसान फूल की पंखुडिया झड़ने पर सूरजमुखी की कटाई का करते हैं. इसके बाद फूलों को काटकर 3 से 4 दिन तक धूप में सुखाया जाता है और बाद में फूलों को पीट-पीटकर बीजों को अलग कर लेते हैं. उन्नत किस्मों से जैविक या आधुनिक खेती करके सूरजमुखी से 18 से 20 क्विंटल तक उत्पादन ले सकते हैं.
सूरजमुखी की कटाई सूरजमुखी के फऊलों का पिछला हिस्सा नींबू जैसा पीला होने पर ही इसकी कटाई का काम किया जाता है. कई किसान फूल की पंखुडिया झड़ने पर सूरजमुखी की कटाई का करते हैं. इसके बाद फूलों को काटकर 3 से 4 दिन तक धूप में सुखाया जाता है और बाद में फूलों को पीट-पीटकर बीजों को अलग कर लेते हैं. उन्नत किस्मों से जैविक या आधुनिक खेती करके सूरजमुखी से 18 से 20 क्विंटल तक उत्पादन ले सकते हैं.

एग्रीकल्चर फोटो गैलरी

एग्रीकल्चर वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Modi New Cabinet: स्मृति ईरानी, मीनाक्षी लेखी...मोदी 3.0 में इन 20 मंत्रियों का कटा पत्ता, कैबिनेट से हो गई छुट्टी
स्मृति ईरानी, मीनाक्षी लेखी...मोदी 3.0 में इन 20 मंत्रियों का कटा पत्ता, कैबिनेट से हो गई छुट्टी
PM Modi Oath Ceremony: शपथ ग्रहण से पहले मोदी ने की चाय पर चर्चा, संभावित मंत्रियों को दिए ये मंत्र, बनाया 3.0 का पूरा प्लान
शपथ ग्रहण से पहले मोदी ने की चाय पर चर्चा, संभावित मंत्रियों को दिए ये मंत्र, बनाया 3.0 का पूरा प्लान
IND vs PAK Dream 11 Prediction: भारत-पाक मैच की बेस्ट ड्रीम 11 टीम, कोहली- बाबर या रोहित-अफरीदी; जानें किसे चुनना बेहतर
भारत-पाक मैच की बेस्ट ड्रीम 11 टीम, कोहली- बाबर या रोहित-अफरीदी; जानें किसे चुनना बेहतर
'ये डिमोशन हो जाता, इसलिए...', मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने पर अजित पवार गुट ने क्या कहा?
'ये डिमोशन हो जाता, इसलिए...', मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने पर अजित पवार गुट ने क्या कहा?
Advertisement
metaverse

वीडियोज

PM Modi Oath Ceremony: नरेंद्र मोदी के तीसरे बार प्रधानमंत्री बनने पर अनामिका जैन ने गाया खास गीतNDA Government Formation: आगे की रणनीति पर खुलकर बोले G. Kishan Reddy ! | ABP NewsNDA Government Formation: जानिए बीजेपी के सहयोगी दलों से कौन बनेंगे मंत्री? PM Modi Oath CeremonyNDA Government Formation: एनडीए के मंत्रिमंडल का समीकरण समझिए.. | PM Modi | Nitish Kumar | Naidu

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Modi New Cabinet: स्मृति ईरानी, मीनाक्षी लेखी...मोदी 3.0 में इन 20 मंत्रियों का कटा पत्ता, कैबिनेट से हो गई छुट्टी
स्मृति ईरानी, मीनाक्षी लेखी...मोदी 3.0 में इन 20 मंत्रियों का कटा पत्ता, कैबिनेट से हो गई छुट्टी
PM Modi Oath Ceremony: शपथ ग्रहण से पहले मोदी ने की चाय पर चर्चा, संभावित मंत्रियों को दिए ये मंत्र, बनाया 3.0 का पूरा प्लान
शपथ ग्रहण से पहले मोदी ने की चाय पर चर्चा, संभावित मंत्रियों को दिए ये मंत्र, बनाया 3.0 का पूरा प्लान
IND vs PAK Dream 11 Prediction: भारत-पाक मैच की बेस्ट ड्रीम 11 टीम, कोहली- बाबर या रोहित-अफरीदी; जानें किसे चुनना बेहतर
भारत-पाक मैच की बेस्ट ड्रीम 11 टीम, कोहली- बाबर या रोहित-अफरीदी; जानें किसे चुनना बेहतर
'ये डिमोशन हो जाता, इसलिए...', मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने पर अजित पवार गुट ने क्या कहा?
'ये डिमोशन हो जाता, इसलिए...', मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने पर अजित पवार गुट ने क्या कहा?
अगर भारत से हारा पाकिस्तान तो टी20 वर्ल्ड कप से बाहर... जानें बाबर की टीम का सुपर-8 में जाने का समीकरण
अगर भारत से हारा पाकिस्तान तो टी20 वर्ल्ड कप से बाहर... जानें बाबर की टीम का सुपर-8 में जाने का समीकरण
Kartik Aaryan को किसने रोका 4.7 करोड़ की McLaren GT चलाने से? ये है बड़ी वजह
Kartik Aaryan को किसने रोका 4.7 करोड़ की McLaren GT चलाने से? ये है बड़ी वजह
Narendra Modi Oath Ceremony: इंडिया में PM को दो बार लेनी पड़ती है शपथ, उल्लंघन पर हो सकता है बड़ा ऐक्शन; जानें- ओथ पर क्या कहता कॉन्स्टिट्यूशन
इंडिया में PM को क्यों दिलाई जाती है शपथ? जानें, इतिहास से लेकर उल्लंघन से जुड़ा ऐक्शन
अयोध्या में बीजेपी की हार पर भड़के जगद्गुरु रामभद्राचार्य, कहा- 'मंथरा जैसे लोगों ने वोट नहीं दिया'
अयोध्या में बीजेपी की हार पर भड़के जगद्गुरु रामभद्राचार्य, कहा- 'मंथरा जैसे लोगों ने वोट नहीं दिया'
Embed widget