US Presidential Election 2024: डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव 2024 में उतरे उनके सबसे करीबी, होगी कांटे की टक्कर!
US: माइक पेंस पहले इंडियाना के गवर्नर थे. अगले साल होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव के मद्देनजर पूर्व उपराष्ट्रपति का अपने पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ उतरना चुनाव में दिलचस्प मोड़ लाएगा.
US Presidential Election 2024: अमेरिका (America) के पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पेंस (Mike Pence) ने सोमवार (5 जून) को US में अगले साल 2024 में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपना नाम दिया है. इसको लेकर उन्होंने सारी कागजी कार्रवाई भी पूरी कर ली है. इस बार वो अपने पूर्व बॉस डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं.
माइक पेंस देश के 48वें उपराष्ट्रपति रह चुके हैं. माइक पेंस इस हफ्ते आने वाले बुधवार (7 जून) को डेस मोइनेस आयोवा में वीडियो रिलीज कर अपने चुनावी कार्यक्रम का औपचारिक रूप से शुरुआत करेंगे. इस दिन वो अपना 64वां जन्मदिन भी सेलिब्रेट करेंगे. वो रिपब्लिकन पार्टी के तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ेंगे.
चुनाव में दिलचस्प मोड़ लाएगा
अगले साल होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव के मद्देनजर पूर्व उपराष्ट्रपति का अपने पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ उतरना चुनाव में दिलचस्प मोड़ लाएगा. पेंस ने ट्रंप के उस दावे की सार्वजनिक रूप से आलोचना की है, जिसमें कहा गया था कि पेंस के पास साल 2020 में हुए राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को पलटने का अधिकार था.
उन्होंने बार-बार कहा कि उन्हें ट्रंप के प्रशासन के रिकॉर्ड पर गर्व है. दूसरी ओर, ट्रंप ने पहले ही फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसांटिस सहित अन्य 2024 रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वियों पर व्यक्तिगत प्रतिबंध लगा दिया है.
गर्भपात के अधिकारों का विरोध किया
माइक पेंस पहले एक कांग्रेसी और इंडियाना के गवर्नर थे. उन्हें साल 2016 में ट्रंप ने उपराष्ट्रपति के पद के लिए चुना. ट्रंप ने पेंस को इसलिए चुना क्योंकि वो जानते थे कि वो GOP के सामाजिक रूप से रूढ़िवादी आधार को बढ़ाने में उनकी मदद कर सकते हैं. माइक पेंस एक इंजीलवादी ईसाई धर्म को मानने वाले हैं. उन्होंने लंबे समय तक गर्भपात के अधिकारों का विरोध किया है.
पेंस अक्सर कहते हैं कि वो खुद को एक ईसाई, एक रूढ़िवादी और एक रिपब्लिकन मानते है. वो साल 2000 के दशक की शुरुआत में कैपिटल हिल पर GOP के रैंक में पहुंचे. इसके बाद साल 2009 से 2011 तक तीसरी रैंकिंग के हाउस रिपब्लिकन बने. इसके बाद 2012 में इंडियाना के गवर्नर चुने गए.