(Source: ECI / CVoter)
गुजरात के 9 जिलों के लिए कयामत की रात, सुबह 10 बजे तट से टकराएगा 'वायु तूफान'
जल, थल और वायुसेना के साथ-साथ कोस्टगार्ड की टीमें अलर्ट पर हैं, NDRF की 51 टीमें तटीय इलाकों में तैनात गई है. गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर के जानकारी दी, गुजरात से 3 लाख और दीव से 10 हजार लोगों को अब तक रेस्क्यू किया गया है.
नई दिल्ली: वायु तूफान गुजरात की ओर बढ़ रहा है, इसकी रफ्तार 120-130 किलोमीटर प्रति घंटे बताई जा रही है. अरब सागर से उठने वाला ये चक्रवाती तूफान तबाही की आशंका के साथ गुजरात की ओर बढ़ रहा है और अब से चंद घंटों बाद गुजरात के तटीय इलाकों से टकराएगा. जानकारी के मुताबिक इसके सुबह 10 बजे तट से टकराने का अनिमान है. तूफान से निपटने के लिए सरकार भी कमर कस चुकी है.
Union Home Minister Amit Shah: As #CycloneVayu is expected to cross Gujarat coast between Porbandar & Diu, I pray for the safety of the people. MHA is in continuous touch with State Governments/UT and Central Agencies. NDRF has pre-positioned 52 teams. (file pic) pic.twitter.com/6XYcvhBRnh
— ANI (@ANI) June 12, 2019
तूफान का असर गुजरात के तटीय शहरों में दिखना शुरू हो गया है, गिर सोमनाथ में पूरे दिन आंधी चलती रही. मौसम विभाग की मानें तो सौराष्ट्र और कच्छ के इलाके में वायु तूफान का सबसे ज्यादा असर हो सकता है. गुजरात के 9 तटीय जिलों पर तूफान का खतरा बना है, गिर सोमनाथ और पोरबंदर में तूफान दस्तक देगा. साथ ही अमरेली, जामनगर और द्वारका में भी आंधी तूफान के साथ बारिश होगी. कच्छ, राजकोट और भावनगर जिला भी तूफान की चपेट में आएंगे.
राजकोट के स्कूल तीन दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं. सरकार ने सभी 9 जिलों में रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है. समुद्र तट से 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को निकाला जा रहा है. -अब तक 10 लाख से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कैंप पहुंचाया गया है. एनडीआरएफ की 47 टीम तटीय इलाकों में मोर्चा संभाल चुकी हैं. वायुसेना, आर्मी, नेवी और कोस्टगार्ड की टीम अलर्ट पर है.
स्टेट पुलिस और एसडीआरएफ की टीम भी तूफान संभावित इलाकों में हैं. पश्चिमी रेलवे ने वेरावल, ओखा, पोरबन्दर, भावनगर, भुज और गांधी धाम जाने वाली सभी ट्रेनों को 14 जून की सुबह तक रद्द कर दिया है. सैलानियों को निकालने के लिए दो रेस्क्यू स्पेशल ट्रेन चलाई गईं हैं.
वायु तूफान मुंबई से 280 किलोमीटर की दूरी से गुजरात की तरफ बढ़ चुका है. जिसका असर मुंबई की समुंद्र की लहरों में अब भी दिख रहा है. मुंबई और गुजरात के आसपास के इलाकों में कोस्ट गार्ड ने भी गस्त बढ़ा दी है. हेलिकॉप्टर लगातार समुद्री इलाकों की निगरानी कर रहे हैं.