Abdul Bari Siddiqui Remarks: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपने उस बयान पर माफी मांग ली है, जिसमें उन्होंने कहा था कि महिलाओं के आरक्षण के नाम पर लिपस्टिक और बॉब कट वाली औरत नौकरी में चली आएंगी तो ओबीसी महिलाओं को हक कब मिलेगा. शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने उनका बचाव किया है.
प्रियंका चतुर्वेदी का कहना है, "अगर आप संसद में आरजेडी का रुख देखेंगे तो पार्टी ने महिला आरक्षण विधेयक को अपना समर्थन दिया और इसमें ओबीसी महिलाओं को आरक्षण देने की बात कही. इसलिए वह (अब्दुल बारी सिद्दीकी) अब जो कह रहे हैं वह प्रासंगिक नहीं है. वोट देना हर महिला का अधिकार है और वह संसद में आ सकती हैं. इस अधिकार से उन्हें कई सालों से वंचित रखा गया था और महिला आरक्षण विधेयक ने उन्हें यह अधिकार दिया है.''
'बारी का बयान अपमानजनक और निंदनीय'
बारी के बयान को लेकर बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्होंने (अब्दुल बारी) ने भारत की महिलाओं, बहनों और बेटियों के खिलाफ जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है वह शर्मनाक, अपमानजनक और निंदनीय है. यह भाषा कौन सी है? इसका इरादा क्या है? जब आप सत्ता में थे तो क्या आपने लोकसभा और विधानसभा के लिए ओबीसी के सशक्तिकरण के लिए कोई प्रयास किया था? पार्टी का पूरा दृष्टिकोण यह है कि सत्ता केवल परिवार के पास आनी चाहिए.
'संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है बारी का बयान'
बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल ने भी इस पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि यह उनकी संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है. आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं. चाहे चंद्रयान की बात करें या फिर खेल आज ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है, जहां हमारे बहनें और बेटियां परचम न लहरा रही हों. ऐसे में इस तरह का बयान देना उनकी असभ्य मानसिकता को दर्शाता है. वह अभी भी ऐसे दौर में रह रहे हैं, जिसमें महिलाएं घूंघट लगाकर घर के काम करें और बाहरी दुनिया में योगदान न दें.
अब्दुल बारी ने मांगी माफी
मामला बढ़ते देख आरजेडी नेता ने महिलाओं पर दिए अपने बयान पर माफी मांग ली है. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से से कहा, "उस रैली में सैकड़ों ग्रामीण महिलाएं थीं... मैंने ग्रामीण महिलाओं को उनकी भाषा में समझाने के लिए उस भाषा का इस्तेमाल किया. मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था."
उन्होंने कहा, "अगर किसी को मेरे बयान से ठेस पहुंची है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं. यह अति पिछड़ा वर्ग की सभा थी और मैं उन्हें महिला आरक्षण के बारे में बता रहा था. आरजेडी शुरू से ही महिला आरक्षण के समर्थन में रही है.''
क्या था बारी का बयान?
मुजफ्फरपुर जिले में आरजेडी के अति पिछड़ा वर्ग के लिए शुक्रवार (29 सितंबर) को आयोजित कार्यक्रम में अब्दुल बारी सिद्दीकी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि महिलाओं के आरक्षण के नाम पर लिपस्टिक और बॉब कट वाली औरत नौकरी में चली आएंगी तो आपको (ओबीसी) महिलाओं उनका हक कब मिलेगा?
अगर महिलाओं को आरक्षण देना है तो पिछड़ा और अत्यंत पिछड़ा महिलाओं को आरक्षण दें. अत्यंत पिछड़ा का भी कोटा तय कर दीजिए तब तो ठीक है. महिला आरक्षण विधेयक दिए उनके इस बयान पर विवाद हो गया था और नेताओं ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियांए दी थीं.
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