Prashant Kishor On Bihar Politics: चुनावी रणनीतकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने रविवार (2 अक्टूबर) से पश्चिम चंपारण जिले के भितिहारवा स्थित गांधी आश्रम से अपनी 'जन सुराज' पदयात्रा शुरू की. इस दौरान उन्होंने के बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बिहार आज भी 1990 के जैसा ही है. बीते 30-40 साल में कुछ नहीं बदला है.


प्रशांत किशोर ने कहा कि, "हम 30-40 वर्षों से सुनते आ रहे हैं कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, लेकिन राज्य में कुछ भी नहीं बदला है. 1990 में बिहार सबसे गरीब और सबसे पिछड़ा था और 2022 में भी यह वही है. यहां के लोगों का दूसरे राज्यों में पलायन होना लाजमी है." 


पीके की 'जन सुराज' पदयात्रा


प्रशांत किशोर की 'जन सुराज' पदयात्रा 3,500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. उन्होंने यात्रा शुरू करने से पहले ट्वीट कर लिखा कि, "देश के सबसे गरीब और पिछड़े राज्य बिहार में व्यवस्था परिवर्तन का दृढ़ संकल्प. पहला महत्वपूर्ण कदम- समाज की मदद से एक नयी और बेहतर राजनीतिक व्यवस्था बनाने के लिए अगले 12-15 महीनों में बिहार के शहरों, गांवों और कस्बों में 3500 किमी की पदयात्रा, बेहतर और विकसित बिहार के लिए."


मुख्यमंत्री से की थी मुलाकात


पिछले महीने ही प्रशांत किशोर ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात भी की थी. सीएम नीतीश कुमार ने इस बात की पुष्टि करते हुए इसे निजी मुलाकात बताया था. ये मुलाकात पटना में मुख्यमंत्री के आवास पर हुई थी. इसके बाद ये चर्चा होने लगी थी कि शायद नीतीश कुमार और पीके फिर से साथ आने वाले हैं. 


नीतीश कुमार पर पहले भी साधा था निशाना


इससे पहले प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर निशाना भी साधा था. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार भी खुद ये गारंटी नहीं ले सकते कि वे फिर से पक्ष नहीं बदलेंगे. कई सालों से नीतीश कुमार सीएम की कुर्सी पर बैठे हैं. इसलिए उन्हें तो फेविकोल का ब्रांड एम्बेसडर बना देना चाहिए. 


ये भी पढ़ें- 


Nitish Kumar Govt: बिहार की महागठबंधन सरकार के मंत्री सुधाकर सिंह ने दिया इस्तीफा, RJD कोटे से हुए थे कैबिनेट में शामिल


LoP in Rajya Sabha: मल्लिकार्जुन खड़गे के इस्तीफे के बाद राज्यसभा में किसे मिलेगा नेता प्रतिपक्ष का पद, ये हैं टॉप-3 नाम