Leader of Opposition in Rajya Sabha: कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव (Congress President Election) लड़ रहे वरिष्ठ कांग्रेसी मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने पार्टी की नीति के तहत राज्यसभा से नेता प्रतिपक्ष (LoP in Rajya Sabha) के पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफा देने से यह पद खाली हो गया है. अब इस पद पर कौन आसीन होगा, इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं. 


कांग्रेस के तीन नेताओं के नामों की चर्चा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने को लेकर है. कहा जा रहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम (P Chidambaram, दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) या प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari) में से कोई राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है. कांग्रेस ने इसी वर्ष मई में अपने उदयपुर चिंतन शिविर में पार्टी में 'एक व्यक्ति एक पद' का सिद्धांत लागू किया था. इसी सिद्धांत के चलते खड़गे को इस्तीफा देना पड़ा. 


राजस्थान कांग्रेस संघर्ष की वजह बना 'एक व्यक्ति एक पद' सिद्धांत! 


राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की बात जब उठी थी, तब भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सार्वजनिक तौर पर 'एक व्यक्ति एक पद' के सिद्धांत को लेकर बयान दिया था. जिसके बाद, राजस्थान में नया सीएम बनाए जाने को लेकर प्रयास शुरू हो गए थे. हालांकि, इसके चलते पार्टी राज्य में राजनीतिक संघर्ष में उलझ गई और अशोक गहलोत अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो गए. मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन के दौरान उनके प्रस्तावकों की सूची में अशोक गहलोत का भी नाम था. 


दिग्विजय, चिदंबरम या प्रमोद तिवारी इसलिए रेस में


दिग्विजय के भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की चर्चा हुई थी लेकिन खड़गे के मैदान में उतरने पर उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था. दिग्विजय नेता प्रतिपक्ष बनने के मजबूत संभावित दावेदार माने जा रहे हैं. वर्तमान में वह मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं. वह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं.  


कांग्रेस नेता पी चिदंबरम यूपीए सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री रह चुके हैं और पार्टी के अनुभवी नेता माने जाते हैं. वह सोशल मीडिया पोस्ट और अखबारों में अपने लेखों के माध्यम से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ लगातार मुखर देखे जाते हैं. वह अपनी बात आंकड़ों के जरिये रखते हैं, इसलिए चिदंबरम को भी राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने का मौका मिल सकता है.


नौ बार विधायक रह चुके हैं प्रमोद तिवारी


प्रमोद तिवारी राजस्थान से राज्यसभा सांसद हैं. उनकी छवि लगातार जीतने वाले कांग्रेस नेता की है. वह उत्तर प्रदेश के रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र से लगातार नौ बार जीत दर्ज कर चुके हैं. इस सीट से पहला चुनाव उन्होंने 1980 में लड़ा था. 


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