Amravati Murder Case: महाराष्ट्र के अमरावती हत्याकांड (Amravati Murder Case) पर अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा (Independent MP Navneet Rana) ने महाराष्ट्र की पिछली महाविकास अघाड़ी गठबंधन (MVA Alliance) की सरकार पर जमकर हमला बोला. एबीपी न्यूज से बात  करते हुए अमरावती की सांसद ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, सरकार ने इस मामले को दबाने की कोशिश की है. जब एनआईए (NIA) के हाथों में जांच गई है तब जाकर इस बात का पता चला है कि ये हत्या नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के समर्थन के विरोध में की गई है. इसके पहले पुलिस ने अपनी जांच में इस हत्याकांड को लूट-पाट के इरादे से की गई हत्या बताया था. राणा ने कहा सरकार के दबाव में पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही थी. 


अमरावती सांसद ने इस मामले में पुलिस कमिश्नर की भूमिका पर भी सवाल उठाए और उन पर भी जांच की मांग की है. राणा ने कहा आखिर हत्याकांड में इस बात का पता लगाने में कि हत्या किस उद्देश्य से की गई है इतना समय क्यों लगा. इसमें पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े होते हैं. राणा ने आगे बताया जैसे ही मामला एनआईए के हाथ में जांच के लिए जाता है हत्या की वजह और मोटो सबकुछ पता चल जाता है और आरोपी भी महज कुछ ही समय में गिरफ्तार हो जाते हैं. 


अशोक गहलोत सरकार पर भी बरसीं राणा
राणा ने इस हत्या की के बाद हुए राजस्थान के उदयपुर हत्याकांड को लेकर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर भी जमकर बरसीं. राणा ने कहा दोनों हत्याकांड एक ही तर्ज पर किए गए. अगर अमरावती मर्डर केस का खुलासा पहले हुआ होता तो देश में अलर्ट होता लेकिन एमवीए सरकार की लापरवाही के चलते एक और भयावाह कत्ल किया गया. उदयपुर हत्याकांड का भयावाह वीडियो देखकर हर कोई विचलित हो गया था. नवनीत राणा ने राजस्थान सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, अगर सरकार ने सही समय पर सही एक्शन लिया होता तो शायद ये दिल दहला देने वाली घटना नहीं हुई होती. 


अमरावती सांसद ने कहा कन्हैयालाल के शिकायत करने के बावजूद राजस्थान पुलिस सोती रही और उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं करवा पाई. उन्होंने इस दौरान राजस्थान पुलिस पर भी हमला बोला. नवनीत राणा ने कहा राजस्थान पुलिस ढाई सालों के दौरान कभी भी अपने काम को लेकर सीरियस नहीं दिखाई दी.


हनुमान चालीसा को लेकर साधा निशाना
पूर्व CM उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) इस मामले पर अपने से नहीं निकले, मुझे लगता है उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने अमरावती हत्याकांड (Amravati Murder Case) को दबाने का आदेश दिया होगा. पहली बार हिंदुत्व विचारधारा (Hindutva ideology) के नाम पर सरकार गई. जिन्होंने घटना को दबाने का काम किया वैसी कमिश्नर पर भी जांच होनी चाहिए. महाराष्ट्र में पिछले ढाई सालों से पुलिस गंभीर नहीं है लेकिन अब सरकार बदली है अब सरकार से उम्मीदें हैं.  MVA को हार उसी दिन मान लेना चाहिए जब 40 लोग छोड़कर चले गए थे. मेरे हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का विरोध किया, हनुमान चालीसा का इतना असर है की 40 साल से साथ काम करने वाले 40 विधायक चले गए.


यह भी पढ़ेंः 
Maharashtra Politics:'मैं देख रहा हूं महाराष्ट्र में बंदरों का नाच हो रहा है', महाराष्ट्र सियासी संकट पर असदुद्दीन ओवैसी का बयान


NIA Chief: भारत सरकार ने IPS दिनकर गुप्ता को NIA का DG नियुक्त किया, पंजाब के पूर्व  DGP हैं गुप्ता