(Source: ECI / CVoter)
Operation Sagar Manthan: NCB ने धरी अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स की खेप, 3300 Kg Drugs बरामद; PAK से भी जुड़े तार!
Drugs Seized: मछली पकड़ने वाली एक अपंजीकृत विदेशी नौका जिसमें कोई स्वचालित पहचान प्रणाली स्थापित नहीं थी. वह 3000kg से अधिक ड्रग्स और 5-7 विदेशी नागरिकों के साथ भारतीय समुद्री क्षेत्र में आ रही थी.
Navy NCB Operation Sagar Manthan: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने 'ऑपरेशन सागर मंथन' के तहत देश में अबतक की सबसे बड़ी ड्रग्स की खेप को बरामद किया है. एनसीबी अधिकारियों के मुताबिक, समुद्र में नारकोटिक्स ब्यूरो का यह सबसे बड़ा ऑपरेशन था. इससे पहले सिर्फ जमीन पर ही ड्रग्स को लेकर ऑपरेशन होता था लेकिन इस ऑपरेशन में नेवी और गुजरात एटीएस (ATS) की मदद से एनसीबी ने 3300 किलो ड्रग्स बरामद कर बड़ा रिकॉर्ड बनाया है. एनसीबी के महानिदेशक एस एन प्रधान ने बताया कि पिछले 5 ऑपरेशन हुए हैं लेकिन हाई-सी में ये पहली बार हुआ है. इससे पहले ऐसा ऑपरेशन हाई सी में नहीं हुआ.
एनसीबी के उप-महानिदेशक (ऑपरेशन) ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि यह देश का अब तक का सबसे बड़ा सीजर है, जिसमें चरस और हशीश की सबसे ज्यादा मात्रा बरामद की गई है. इस ड्रग्स की इंटरनेशनल मार्केट में कीमत करीब 1300 करोड़ रुपए बताई जा रही है. NCB के मुताबिक, ऑपरेशन सागर मंथन के तहत जिन 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन सभी का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आ रहा है. नेवी और एटीएस गुजरात की मदद से भारतीय समुद्र से 3300 किलो की बरामद ड्रग्स में 3110 किलोग्राम चरस/हशीश, 158.3 किलोग्राम मेथ पाउडर और 24.6 किलोग्राम हेरोइन शामिल है.
NCB को बीते सप्ताह मिली थी ड्रग्स से भरे समुद्री जहाज का जानकारी
डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि एनसीबी को ड्रग्स से भरे इस समुद्री जहाज की जानकारी पिछले सप्ताह मिली थी. इस आधार पर की गई जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि 27 फरवरी की सुबह यह जहाज पोरबंदर पोर्ट पर आने वाला है जिसके बाद NCB तुरंत हरकत में आ गई और इस ऑपरेशन में गुजरात ATS और इंडियन नेवी को भी हिस्सा बनाया गया. 27 फरवरी की सुबह 5 से 7 बजे के बीच समुद्र के बीच में जहाज को देखकर उसे इंटरसेप्ट किया गया.
'ज्वाइंट ऑपरेशन की मदद से मिली कामयाबी'
डीडीजी ज्ञानेश्वर ने बताया कि मछली पकड़ने वाली एक अपंजीकृत विदेशी नौका जिसमें कोई स्वचालित पहचान प्रणाली (AIS) स्थापित नहीं था. वह 3000 किलो से अधिक ड्रग्स और 5-7 विदेशी नागरिकों के साथ भारतीय समुद्री क्षेत्र में आ रही थी. यह भी जानकारी मिली कि तमिलनाडु की तरफ से आने वाली एक मछली पकड़ने वाली ट्राली 27 फरवरी को सुबह 5 से 7 बजे भारतीय जल सीमा के अंदर एक निश्चित बिंदु पर सामग्री को पहुंचाया जाएगा. इस सूचना के आधार पर 'ऑपरेशन सागर मंथन' को लांच किया गया. इंडियन नेवी ने इसमें लीड लेते हुए हमारे इनपुट के आधार पर और भी जानकारियां इकट्ठी की और उनके एसेट जो कि इंडियन ओशियन में उस समय तैनात थे, इस ऑपरेशन में लगाए गए. साथ ही साथ जमीन से गुजरात एटीएस भी हमारे साथ जुड़ी और इस ज्वाइंट ऑपरेशन की मदद से हम इन सबको पकड़ने में कामयाब रहे.
'ईरान से हिंदुस्तान को रवाना हुआ था ड्रग्स से भरा शिप'
उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि ड्रग्स से भरा पानी का यह जहाज ईरान से हिंदुस्तान के लिए रवाना हुआ था. ईरान से पाकिस्तान और उसके बाद पाकिस्तान से हिंदुस्तान में ड्रग्स की इस खेप को पहुंचाना था. इस जहाज में जो ड्रग्स भरी थी उसकी पैकेजिंग पर पाकिस्तान का नाम लिखा हुआ था. ड्रग्स के साथ 5 विदेशी नागरिक भी गिरफ्तार हुए हैं जिनके पास कोई भी पहचान पत्र बरामद नहीं हुआ है. यह ड्रग्स हिंदुस्तान में कहां सप्लाई होनी थी, इसके बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
बरामद ड्रग्स के तार क्या पाकिस्तान के सबसे बड़े ड्रग तस्कर और दाऊद के करीबी हाजी सलीम से जुड़े हैं, इस बात का पता लगाने की कोशिश भी की जा रही है. इससे पहले जब NCB ने ऑपरेशन समुद्र मंथन चलाया था तब उस दौरान बरामद हुई करीब 2500 किलोग्राम ड्रग्स के तार हाजी सलीम से जुड़े पाए गए थे.
तीन साल में 14 लाख किलोग्राम से ज्यादा ड्रग्स नष्ट
इस बीच देखा जाए तो नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने भारत के इतिहास में पिछले 3 साल में 14 लाख किलोग्राम से ज्यादा ड्रग्स को नष्ट किया है. इस तरह की कार्रवाई पहले कभी नहीं हुई. एनसीबी ने अब इस बड़ी खेप को पकड़े जाने के बाद इसका पता लगाने में जुटी है कि आखिर भारत में इसकी कहां-कहां पर सप्लाई की जानी थी. गिरफ्तार संदिग्ध पाकिस्तानियों से भी सख्त पूछताछ की जा रही है.
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