CDS जनरल अनिल चौहान पहले परिवर्तन चिंतन सम्मेलन की करेंगे अध्यक्षता, जानें थल सेना, वायु सेना और नौसेना के लिए इसमें क्या है खास
Parivartan Chintan Conference: रक्षा मंत्रालय ने कहा कि परिवर्तन चिंतन सम्मेलन का उद्देश्य एकीकरण प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए नए विचार, पहल और सुधार पैदा करना है.
Parivartan Chintan Conference: भारतीय सेना के तीनों अंगों के बीच संयुक्तता और एकीकरण प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए, पहल और सुधार लाने के उद्देश्य से पहला त्रि-सेवा सम्मेलन सोमवार को (8 अप्रैल, 2024) को आयोजित होगा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने रविवार (7 अप्रैल, 2024) को बताया कि परिवर्तन चिंतन (Parivartan Chintan) नाम से आयोजित होने वाले इस एक दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान करेंगे.
रक्षा मंत्रालय ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि आठ अप्रैल 2024 को आयोजित होने वाला ‘परिवर्तन चिंतन’ एक अग्रणी त्रि-सेवा सम्मेलन है, जिसका उद्देश्य संयुक्तता एवं एकीकरण के प्रयासों को आगे बढ़ाने के वास्ते नवीन एवं अद्यतन विचार, पहल व सुधार को सृजित करना है. ’’
Indian Chief of Defence Staff General Anil Chauhan will chair Parivartan Chintan', a brainstorming & ideas incubation conference of heads of tri-services Institutions of the Indian Armed Forces, the Department of Military Affairs & Headquarters Integrated Defence Staff HQIDS,… pic.twitter.com/RQfDwYaCZN
— ANI (@ANI) April 7, 2024
रक्षा मंत्रालय ने क्या कहा?
रक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा गया,‘‘ भारतीय सशस्त्र बलों ने भविष्य के युद्धों के लिए तैयार रहने के अपने प्रयासों के क्रम में एक बड़े परिवर्तनकारी बदलाव की शुरुआत की है. संयुक्तता एवं एकीकरण को बढ़ावा देने के लिये पहल की जा रही है और त्रि-सेवा बहुआयामी (मल्टी डोमेन) संचालन को संभव बनाने के लिए संरचनाओं को संशोधित किया जा रहा है. ’’
बयान में कहा गया, यह ‘चिंतन सभी त्रि-सेवा संस्थानों, सैन्य कार्य विभाग, मुख्यालय एकीकृत रक्षा स्टाफ और तीनों सेवाओं के प्रमुखों का पहला सम्मेलन होगा, जिसमें विभिन्न सेवा वर्ग के अधिकारी अपनी विविधतापूर्ण समझ तथा अनुभव के आधार पर वांछित संयुक्तता एवं एकीकरण के अंतिम लक्ष्य को तेजी से हासिल करने के उपायों के बारे में सुझाव देंगे. ’’