सीएम हिमंत बिस्वा सरमा की मौजूदगी में जलाए गए 2 करोड़ रुपये से ज्यादा के ड्रग्स
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने घोषणा की थी कि जीरो टॉलरेंस का संदेश देने के लिए 17 जुलाई और 18 जुलाई को जब्त दवाओं को सार्वजनिक रूप से जलाया जाएगा.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की उपस्थिति में सार्वजनिक चकाचौंध में 2 करोड़ रुपये से अधिक की दवाओं को जलाया गया है. नशीली दवाओं से मुक्त असम को सुनिश्चित करने के लिए असम पुलिस द्वारा नशीली दवाओं की तस्करी पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है. गोलाघाट में हेरोइन 1.025 किग्रा, गांजा 1200 किग्रा, अफीम 3 किग्रा, टैब 84.375 किग्रा प्रशासन द्वारा जला दिया गया है.
दरअसल, दो दिन पहले ही असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने घोषणा की थी कि जीरो टॉलरेंस का संदेश देने के लिए 17 जुलाई और 18 जुलाई को गोलाघाट, दीफू, नगांव और होजई में जब्त दवाओं को सार्वजनिक रूप से जलाया जाएगा. असम के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि युवाओं द्वारा नशीले पदार्थों के सेवन और व्यापार के कारण राज्य पंजाब जैसा बनने की ओर अग्रसर है.
ड्रग विरोधी अभियान
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य विधानसभा को बताया कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग और तस्करी के बारे में कई चौंकाने वाले तथ्य ड्रग्स के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान सामने आए, जो मई में मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद शुरू किया गया था. सरमा ने बजट सत्र के दौरान कहा, 'हमने पंजाब में नशीली दवाओं के दुरुपयोग की गंभीर समस्या के बारे में सुना. लेकिन पिछले दो महीनों में हमारे ड्रग विरोधी अभियान से पता चला है कि हमारा राज्य भी ऐसी दवाओं की चपेट में है.'
उन्होंने कहा कि इससे पहले असम म्यांमार से मणिपुर और नागालैंड के रास्ते दवाओं को लाने के लिए एक पारगमन मार्ग हुआ करता था. लेकिन हम पंजाब जैसे बड़े पैमाने पर स्थानीय खपत के बारे में चौंकाने वाले तथ्यों पर अड़ गए हैं. कई युवा लड़के हेरोइन, साइकोट्रोपिक पदार्थ जैसे याबा टैबलेट और ऑल इज योर टैबलेट का सेवन कर रहे हैं, जो आतंकवादी समूहों के कैडरों के बीच बिना किसी नींद के लगातार दिनों तक अपनी गतिविधियों को चलाने के लिए उपयोग में पाए गए थे.
देखिए कहाँ नशे में लग गयी आग!
— Manogya Loiwal मनोज्ञा लोईवाल (@manogyaloiwal) July 17, 2021
Historical day in #Assam as drugs worth more than Rs.2crore burnt in public glare in presence of @CMOfficeAssam @himantabiswa
There has been a massive crackdown on drug peddling by @DGPAssamPolice to ensure #drugfreeassam @assampolice @gpsinghips pic.twitter.com/1BVI8m00CK
सरमा ने कहा कि पिछले दो महीनों में 27 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई है, जबकि 12,823 किलोग्राम गांजा भी बरामद किया गया है. पुलिस ने अब तक 42 किलो अफीम और 78,000 बोतल कफ सिरप, जो ड्रग्स के रूप में इस्तेमाल होता है, और 13.63 लाख टेबल (साइकोट्रोपिक पदार्थ) बरामद किया है. मई से अब तक दर्ज 1,121 मामलों में कुल 1,897 लोगों (किंगपिन और पेडलर दोनों) को गिरफ्तार किया गया है.
हालांकि पुलिस पहले भी नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करती रही है, लेकिन इस साल मई में नई सरकार के सत्ता में आने के बाद यह और तेज हो गई. 2016 में 10 किलो हेरोइन, 2017 में 5 किलो, 2018 में 7 किलो, 2019 में 23 किलो और 2020 में 27 किलो बरामद हुई थी.
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