Delhi Excise Policy Case: दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की टीम गुरुवार (21 मार्च, 2024) को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची. अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी के अधिकारी मामले में 10वां समन देने के लिए उनके आवास पर पहुंची है. हमारे पास तलाशी वांरट भी है. इस बीच सामने आया है कि ईडी केजरीवाल से पांच बिंदुओं को आधार बनाकर पूछताछ करना चाहती है. 


ये बिंदु इस प्रकार है-  
1. ईडी कि जांच में सामने आया है कि प्रोसीड ऑफ क्राइम  के दौरान 338 करोड रुपये आम आदमी पार्टी (AAP) तक पहुंचे. मनीष सिसोदिया की बेल पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी ने 338 करोड रुपये की मनी ट्रेल अदालत के सामने रखी थी.


इसमें यह साबित हो रहा था कि आबकारी नीति के दौरान शराब माफिया से 338 करोड रुपये AAP तक पहुंचा. पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल है तो ऐसे में इस कारण उनसे पूछताछ करना जरूरी है. 


2. आबकारी मामले के आरोपी इंडोस्पिरिट के डायरेक्टर समीर महेंद्रू ने पूछताछ में ईडी को बताया कि अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी विजय नायर ने उसकी मुलाकात फेस टाइम ऐप के जरिए उनसे (केजरीवाल) करवाई थी. इसमें केजरीवाल ने उससे बोला था कि विजय नायर उसका आदमी है और उसे नायर पर भरोसा रखना चाहिए. 


3. नई आबकारी नीति को लेकर मीटिंग अरविंद केजरीवाल के घर पर भी हुई थी. इसके अलावा शराब नीति केस से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ही तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के. कविता  ईडी की हिरासत में है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें  हैदराबाद में उनके आवास पर तलाशी के बाद गिरफ्तार किया था. ऐसे में इसका साउथ कनेक्शन भी सामने आया है. 


4. मनीष सिसोदिया के तत्कालीन सचिव सी अरविंद ने पूछताछ के दौरान बताया था कि आबकारी नीति में 6 प्रतिशत का मार्जिन प्रॉफिट था. इसे अरविंद केजरीवाल की मंजूरी से ही 12 फीसदी किया गया था. यानी शराब नीति बनाने में अरविंद केजरीवाल की भी भूमिका थी.


5. आबकारी नीति को लेकर जो कैबिनेट बैठक हुई थी वो  बैठक मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई जाती है. 






अब तक भेजे नौ समन
ईडी कजेरीवाल को मामले में नौ समन भेज चुकी है, लेकिन वो इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताते हुए एक बार भी पेश नहीं हुए हैं. 9वें समन में थे केजरीवाल को आज ही पेश होना था, लेकिन उन्होंने दिल्ली हार्ह कोर्ट का रुख किया. कोर्ट ने कहा कि दंडात्मक कार्रवाई से राहत नहीं देंगे. 


ईडी का क्या आरोप है? 
ईडी ने आरोप लगाया है कि आबकारी नीति तैयार करने के लिए अरविंद केजरीवाल के संपर्क में थे. शराब नीति तैयार करने और इसे लागू करने में कथित भ्रष्टाचार हुआ है. 


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