BJP On Congress Over Caste Census: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा की ओर से जाति गणना के मुद्दे पार्टी के भीतर ही अलग राय रखे जाने पर बीजेपी ने हमला बोला है. बीजेपी ने आनंद शर्मा की राय को आधार बनाकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से तंज कसते कहा कि पार्टी ने गांधी-वाड्रा नेताओं को बेनकाब कर दिया है.


न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने गुरुवार (21 मार्च) को कहा,''कांग्रेस खुद ही कांग्रेस को बेनकाब कर रही है और गांधी-वाड्रा को आईना दिखा रही है और उन्हें उनका असली चेहरा और पाखंड दिखा रही है कि वे केवल कुछ वोटों के लिए देश को विभाजित करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं, जिसके लिए वे कभी प्रतिबद्ध नहीं हैं. क्या यह तथ्य नहीं है जिसका हवाला आनंद शर्मा ने दिया?''


शहजाद पूनावाला ने जाति गणना पर रुख को लेकर राहुल गांधी पर पूर्व पूर्ववर्तियों, पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का अपमान करने का आरोप लगाया.  


राहुल गांधी को लेकर क्या बोले शहजाद पूनावाला?


बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ''जाति जनगणना को पंडित नेहरू ने रोक दिया था और इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने मंडल आयोग का विरोध किया था. उनका नारा था 'जात पर न पात पर, मुहर लगेगी हाथ पर' ...यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी को यू-टर्न लेने, पाखंड दिखाने या अपने पूर्ववर्तियों की ओर से कही गई बातों का अनादर करने के लिए उजागर किया गया है. यहां तक कि अखिलेश यादव जैसे उनके सहयोगियों ने भी बार-बार उनके पाखंड को उजागर किया है.''






आनंद शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष को लिख पत्र में क्या कहा था?


आनंद शर्मा ने मंगलवार (19 मार्च) को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर राहुल गांधी के जाति गणना वाले वादे पर असंतोष व्यक्त किया था. उन्होंने कहा कि समावेशी दृष्टिकोण रखने वाली इस पार्टी का अपने पुराने रुख से विचलित होना इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की विरासत का अपमान है. जाति जनगणना देश में व्याप्त असमानताओं और बेरोजगारी की समस्या के समाधान के लिए रामबाण नहीं हो सकती.


उन्होंने लिखा था कि जाति भारतीय समाज की एक वास्तविकता है, लेकिन कांग्रेस कभी भी पहचान की राजनीति में शामिल नहीं हुई और न ही इसका समर्थन किया. क्षेत्र, धर्म, जाति और जातीयता की समृद्ध विविधता वाले समाज में ऐसी राजनीति लोकतंत्र के लिए हानिकारक है. कांग्रेस एक ऐसे समावेशी दृष्टिकोण में विश्वास करती है, जो गरीबों और वंचितों के लिए समानता और सामाजिक न्याय के लिए नीतियां बनाने में भेदभाव रहित है.


आनंद शर्मा ने 1980 में इंदिरा गांधी के समय पार्टी के नारे ‘न जात पर न पात पर, मुहर लगेगी हाथ पर’ का जिक्र किया, साथ ही कई अन्य बातें भी लिखी थीं. 


बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहले कहा था कि सभी समुदायों की सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक स्थिति का आकलन करने के लिए 'गिनती करो' नामक एक राष्ट्रव्यापी जाति गणना आयोजित की जाएगी.


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