CPI Demands Wayanad Seat: क्या अपनी सीट बदलेंगे राहुल? सीपीआई ने केरल में बढ़ाई I.N.D.I.A. की टेंशन, वायनाड सीट की डिमांड
CPI Demands Wayanad Seat In Kerala: 2019 चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अमेठी में स्मृति ईरानी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. राहुल ने वायनाड से भी चुनाव लड़ा था जहां से वह जीते थे.
Rahul Gandhi Wayanad Seat: 2024 लोकसभा चुनाव के लिए बने विपक्षी पार्टियों के गठबंधन इंडिया की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के लिए नई मुश्किल खड़ी हो गई है. केरल की वायनाड सीट जहां से राहुल गांधी ने 2019 चुनाव में जीत दर्ज की थी, वहां से राज्य की सत्ता में शामिल पार्टी सीपीआई (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-भाकपा) ने दावेदारी की मांग की है. हाल ही में केरल में हुई केंद्रीय नेतृत्व की बैठक में इंडिया गठबंधन में शामिल सीपीआई के राज्यसभा सांसद संदोश कुमार पी ने यह मांग की है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, वाम दल के नेता संदोश कुमार पी ने पार्टी की बैठक में कहा कि सीपीआई को कांग्रेस को कहना चाहिए कि वे राहुल गांधी को वायनाड सीट से उतारने के फैसले पर पुनर्विचार करें. इंडिया गठबंधन में शामिल दलों को आपस में लड़ने के बजाय बीजेपी को हराने की कोशिश करनी चाहिए.
खास बात यह है कि केरल में सीपीआई माकपा (CPIM) के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चे की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है. वह साल 2009 में इसके गठन के बाद से वायनाड सीट पर चुनाव लड़ती रही है.
सीपीआई-कांग्रेस का क्या है कहना
हालांकि पार्टी की आंतरिक बैठक में की गई टिप्पणी पर बात करने से सीपीआई नेता संदोश कुमार ने इनकार कर दिया. बहरहाल पार्टी महासचिव डी राजा ने कहा कि आंतरिक बैठक में चुनाव की सामान्य रणनीति पर चर्चा हुई. राज्यों ने अपनी रिपोर्ट शेयर की. सीटों को लेकर कोई औपचारिक चर्चा नहीं हुई. कांग्रेस का भी इस पर कहना है कि किस सीट से कौन चुनाव लड़ेगा, इस पर बाद में निर्णय लिया जाएगा.
चुनावी राज्यों में भी उठ सकती है मांग
इस बात के दावे किए जा रहे हैं कि भले ही वायनाड सीट को लेकर केरल की सीपीआई ने ऐसी मांग की है, लेकिन आने वाले दिनों में यह कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है. क्योंकि दूसरे राज्यों में भी इंडिया गठबंधन में शामिल कई छोटे दल और क्षेत्रीय पार्टियां इस तरह की मांग रख सकती हैं.
खास बात है कि विपक्षी गठबंधन में पैन इंडिया अस्तित्व वाला सबसे बड़ा दल कांग्रेस ही है. बहरहाल, यह कहा जा रहा है कि पार्टियां मध्य प्रदेश, राजस्थान, मिजोरम, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के चुनाव मेंं भी ऐसी मांग कर सकती हैं. आपको बता दें कि वायनाड में 2019 लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने 4.31 लाख से अधिक वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी.
ये भी पढ़ें:
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets