भरी अदालत में ऐसा क्या हुआ, जो जस्टिस सौरभ श्याम को कहना पड़ा- 'कलयुग आ गया है'
Allahabad High Court: इस बुजुर्ग दंपति के मामले पर सुनवाई करते हुए जस्टिस सौरभ श्याम शमशेरी ने उन्हें सलाह देने की भी कोशिश की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कानूनी लड़ाई चिंता का विषय है.
Elderly Couple's Alimony Plea: अदालतों में पति-पत्नी के बीच विवाद होने के बाद गुजारा-भत्ता की मांग को लेकर कई केस लंबित चल रहे हैं. इस बीच इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे देखकर मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस सौरभ श्याम शमशेरी ने भी आश्चर्य जताया.
पत्नी का पति से गुजारा-भत्ता की मांग वाला ये मामला अपने आप में काफी चौंकाने वाला है. आमतौर पर इस तरह के मामले कोर्ट में नहीं आते हैं. दरअसल, 80 वर्ष के पति ने अपनी 75 साल की पत्नी को गुजारा भत्ता की मांग करने के खिलाफ इलाहाबाद हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
जस्टिस बोले- 'कलियुग आ गया है'
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक गुजारा भत्ता के लिए एक-दूसरे के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे इस बुजुर्ग दंपत्ति को देखते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मंगलवार (25 सितंबर) को कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि कलियुग (हिंदू धर्म में वर्णित अंधकार का युग) आ गया है.
इस बुजुर्ग दंपति के मामले पर सुनवाई करते हुए जस्टिस सौरभ श्याम शमशेरी ने उन्हें सलाह देने की भी कोशिश की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कानूनी लड़ाई चिंता का विषय है. इलाहाबाद हाई कोर्ट में अलीगढ़ निवासी मुनेश कुमार गुप्ता ने पत्नी की ओर से की गई गुजारा भत्ता की मांग के खिलाफ याचिका लगाई है.
पारिवारिक अदालत ने पत्नी के पक्ष में सुनाया था फैसला
गौरतलब है कि पारिवारिक अदालत ने 75 वर्षीय पत्नी की गुजारा-भत्ता की मांग वाली याचिका पर फैसला देते हुए उनके पक्ष में आदेश दिया था. पारिवारिक अदालत के इस आदेश को 80 साल के मुनेश कुमार गुप्ता ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में चुनौती दी थी.
इलाहाबाद हाई कोर्ट की ओर से इस मामले की सुनवाई के बाद पत्नी को नोटिस जारी किया गया है. हाई कोर्ट की ओर से कहा गया है कि उन्हें उम्मीद है कि अगली सुनवाई तक वे किसी समझौते पर पहुंच जाएंगे.
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