मिर्जा गालिब ऐसे ही नहीं हैं प्रासंगिक, आज भी उनकी शायरी में सुनाई देती है आम आदमी की शिकस्त और आरजू की आवाज

मिर्जा गालिब, शायरी-गजल और अदब की दुनिया का ऐसा चमकता सितारा, जिसकी चमक से हर कोई वाकिफ है. मिर्जा गालिब का आज जन्मदिन है.

मिर्जा असदुल्लाह बेग खान जिन्हें दुनिया मिर्जा गालिब के नाम से जानती है. आज मिर्जा गालिब की 227वीं जंयती है. मिर्जा गालिब जिन्होंने उर्दू शायरी को हुस्न और बुंलदी दोनों अता की. आखिर क्या वजह है

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