Aaj Ka Panchang 18 April 2024: 18 अप्रैल 2024 का पंचांग, आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, योग जानें
Aaj Ka Panchang 18 april 2024: 18 अप्रैल 2024 को आज गुरुवार श्रीहरि विष्णु जी का दिन है,साथ ही आज दशमी तिथि यमराज को समर्पित है.जानें आज का पंचांग, मुहूर्त, राहुकाल (18 april Panchang)
Today Panchang, Aaj Ka Panchang 18 april 2024: पंचांग के अनुसार 18 अप्रैल 2024 आज गुरुवार और चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है, ये तिथि यमराज की मानी जाती है. यमराज सूर्य के पुत्र है, ऐसे में आज सूर्य मंदिर में झाडू लगाएं या फिर मंदिर से संबंधित निस्वार्थ भाव से कोई कार्य करें. कहते हैं इससे अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता, यमराज की कृपा बरसती है.
आज गुरुवार के दिन थोड़ा चावल लें उन्हें हल्दी से अच्छी तरह मिलाकर रंग लें. फिर इन्हें लाल कपड़े में बांधकर अपने पर्स में रख लें. कहते हैं इससे पैसों की समस्या का समाधान होता है. धन में बरकत होती है. आइए जानते हैं आज का शुभ-अशुभ मुहूर्त (18 april Shubh muhurat), राहुकाल, शुभ योग, ग्रह परिवर्तन, व्रत-त्योहार, तिथि आज का पंचांग (Panchang in Hindi)
18 अप्रैल 2024 का पंचांग (18 April 2024 Panchang)
तिथि | दशमी (18 अप्रैल 2024, दोपहर 03.15 - 19 अप्रैल 2024, शाम 05.13) |
पक्ष | शुक्ल |
वार | गुरुवार |
नक्षत्र | अश्लेषा |
योग | गण्ड, रवि योग |
राहुकाल | दोपहर 01.58 - दोपहर 03.35 |
सूर्योदय | सुबह 05.52 - शाम 06.49 |
चंद्रोदय | सुबह 02.00- प्रात: 3.29, 19 अप्रैल |
दिशा शूल |
दक्षिण |
चंद्र राशि |
कर्क, सिंह |
सूर्य राशि | मेष |
18 अप्रैल 2024 शुभ मुहूर्त (18 april Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04.24 - सुबह 05.08 |
अभिजित मुहूर्त | सुबह 11.55 - दोपहर 12.46 |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 06.48 - शाम 07.10 |
अमृत काल मुहूर्त |
सुबह 06.10 - सुबह 07.57 |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02.30 - दोपहर 03.22 |
निशिता काल मुहूर्त | रात 11.58 - प्रात: 12.42, 19 अप्रैल |
18 अप्रैल 2024 अशुभ मुहूर्त (Aaj Ka Ashubh Muhurat)
- यमगण्ड - सुबह 05.52 - सुबह 07.29
- अडाल योग -सुबह 05.52 - सुबह 07.57
- गुलिक काल - सुबह 09.06 - सुबह 10.43
- विडाल योग - सुबह 07.57 - सुबह 05.51, 19 अप्रैल
आज का उपाय
दांपत्य जीवन से खुशियों के रंग उड़ गए हैं. कई दिनों से आपके जीवनसाथी के चेहरे की हंसी कहीं गायब हो गई है, तो आज गुरुवार के दिन विष्णु जी के मंदिर में चने की दाल का दान करें. कहते हैं इससे खुशियां लौट आती हैं.
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