एक्सप्लोरर

कब्ज से निपटने के लिए आपके प्लेट में जरूर होनी चाहिए ये तीन चीज़...एक बार में पेट हो जाएगा साफ

How To Deal With Constipation: पपीता, कद्दू और परवल में कुछ ऐसे खास गुण होते हैं जो मल त्यागने को नियंत्रित करते हैं और स्वास्थ्य पाचन तंत्र को बढ़ावा देते हैं.

How To Deal With Constipation: कब्ज एक बहुत ही आम पाचन स्थिति है, जो किसी भी उम्र में व्यक्तियों को प्रभावित कर सकती हैं. ये कब्ज कई बार लोगों के लिए बहुत ज्यादा परेशानी का कारण बन जाती है. हालांकि आप सही जीवन शैली को फॉलो करके और कुछ नेचुरल ट्रीटमेंट की मदद से इस समस्या का हल कर सकते हैं. कब्ज को दूर करने के लिए वैसे तो कई सारे फल और सब्जी मौजूद है. लेकिन आज हम आपको तीन ऐसे नेचुरल खाद्य पदार्थ की जानकारी दे रहे हैं जो कब्ज को काफी तेजी से दूर करने में आपकी मदद कर सकते हैं. इनका नाम है पपीता, कद्दू और परवल. इनमें कुछ ऐसे खास गुण होते हैं जो मल त्यागने को नियंत्रित करते हैं और स्वास्थ्य पाचन तंत्र को बढ़ावा देते हैं.आईए जानते हैं कैसे ये तीन ऑन खाद्य पदार्थ आपकी मदद कर सकते हैं.

पपीता-पपीता कब्ज की समस्या में बहुत फायदेमंद माना जाता है.ये स्वादिष्ट होने के साथ साथ कब्ज के लिए बहुत ही शानदार उपाय है. इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में होता है. खासकर घुलनशील फाइबर जो पाचन में सहायता करता है और अनियमित मल त्यागने को रोकता है. इसमें पपैन नामक एक एंजाइम होता है जो प्रोटीन के टूटने को तेज करता है और ओवरऑल पाचन को बढ़ावा देता है. इसके अलावा पपीते में पानी की मात्रा प्रचुर होती है, जो इसे नेचुरल लैकसेटिव बनाता है जो मल को नरम करने में मदद करता है. पपीते का नियमित सेवन कब्ज और बेचैनी को रोक सकता है.सबसे अच्छी बात ये है कि पपीता मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा काम करता है. क्योंकि उच्च फाइबर का सेवन रक्त शर्करा, लिपिड और इंसुलिन के स्तर में सुधार करता है. एक छोटा पपीता लगभग 3 ग्राम फाइबर प्रदान करता है, जो कि केवल 17 ग्राम कार्बोहाइड्रेट के बराबर होता है. पपीता हृदय स्वास्थ्य का भी समर्थन करता है क्योंकि यह फाइबर, पोटेशियम और विटामिन से भरपूर होता है.

कद्दू-कद्दू न्यूट्रिशन का पावर हाउस है. ये सब्जी फाइबर से भरपूर होता है, जिसमें घुलनशील और आज घुलनशील फाइबर दोनों शामिल है. कद्दू में उच्च फाइबर सामग्री मल त्यागने में आसानी करता है.इसके अलावा, कद्दू पानी की मात्रा से भरपूर होता है, जो हाइड्रेट करने में सहायता करता है और सूखे और कठोर मल को नरम बनाता है.इसके अलावा, कद्दू के बीज में प्राकृतिक तेल होते हैं जो आंतों को चिकनाई देते हैं, जिससे मल त्यागने में आसानी होती है.अपने आहार में चाहे सूप, भुने हुए व्यंजन या स्मूदी के रूप में कदिदू को जरूर शामिल करना चाहिए. क्यों कि स्वस्थ पाचन को बढ़ावा दे सकता है और कब्ज को कम कर सकता है.कद्दू के बीज मैग्नीशियम के सबसे समृद्ध स्रोतों में से एक हैं, जो कब्ज को कम करता है. दिसंबर 2021 में फूड, साइंस एंड न्यूट्रिशन में हुए शोध के अनुसार, जो लोग आहार के माध्यम से अधिक मैग्नीशियम का सेवन करते हैं, उनमें कब्ज होने की संभावना कम हो जाती है.

परवल-परवल एशियाई व्यंजनों में एक बहुत ही लोकप्रिय सब्जी है. हालांकि ये पपीता और कद्दू के जितना पॉपुलर नहीं है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की कब्ज से राहत दिलाने में यह काफी प्रभावशाली है. परवल फाइबर का एक बेहतरीन सोर्स है. इसमें आज घुलनशील फाइबर की एक बहुत ही इंपॉर्टेंट मात्रा होती है. ये मल त्यागने में आसानी करता है.और कब्ज को रोकता है. इसके अलावा, परवल एक हाइड्रेटिंग सब्जी है, जो आंतों में पर्याप्त पानी की मात्रा सुनिश्चित करती है और शुष्क और कठोर मल को रोकती है. इसे आपको अपने आहार में शामिल करना चाहिए.

इन खाद्य पदार्थों को अपने दैनिक आहार में शामिल करने से कब्ज से राहत मिल सकती है और नियमित मल त्याग को बढ़ावा मिल सकता है. हालांकि, उन्हें कम मात्रा में सेवन करना और समग्र रूप से संतुलित आहार लेना भी जरूरी है. ये भी याद रखें कि अच्छे तरल पदार्थ का सेवन, फिटनेस और स्वस्थ जीवनशैली को भी आपको फॉलो करना है तभी कोई भी खाद्य पदार्थ आपकी मदद कर सकता है.

यह भी पढ़ें

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

India-Pakistan Relations: कारगिल युद्ध के 25 साल बाद पाकिस्तान का कबूलनामा, अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर नवाज शरीफ ने मानी ये गलती
कारगिल युद्ध के 25 साल बाद पाकिस्तान का कबूलनामा, अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर नवाज शरीफ ने मानी ये गलती
Lok Sabha Election 2024: अखिलेश यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
अखिलेश यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
Delhi Chief Secretary: दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, 6 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुकी है AAP
दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, 6 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुकी है AAP
Hardik Pandya Divorce: हार्दिक-नताशा तलाक की खबरों ने लिया नया मोड़, करीबी दोस्त का हैरतअंगेज़ खुलासा
हार्दिक-नताशा तलाक की खबरों ने लिया नया मोड़, करीबी दोस्त का हैरतअंगेज़ खुलासा
Advertisement
metaverse

वीडियोज

PM Modi On ABP: स्वार्थी लोगों ने ब्रह्मोस का एक्सपोर्ट रोका-पीएम मोदी का बड़ा बयान | Loksabha PollsLoksabha Election 2024: मोदी की आध्यात्म यात्रा..'हैट्रिक' का सार छिपा ? | ABP NewsPM Modi On ABP: 2024 चुनाव के नतीजों से पहले पीएम मोदी का फाइनल इंटरव्यू | Loksabha ElectionPM Modi On ABP: पीएम मोदी से पहली बार जानिए- किस विपक्षी नेता के वे पैर छूते थे | Loksabha Election

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
India-Pakistan Relations: कारगिल युद्ध के 25 साल बाद पाकिस्तान का कबूलनामा, अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर नवाज शरीफ ने मानी ये गलती
कारगिल युद्ध के 25 साल बाद पाकिस्तान का कबूलनामा, अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर नवाज शरीफ ने मानी ये गलती
Lok Sabha Election 2024: अखिलेश यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
अखिलेश यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
Delhi Chief Secretary: दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, 6 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुकी है AAP
दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, 6 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुकी है AAP
Hardik Pandya Divorce: हार्दिक-नताशा तलाक की खबरों ने लिया नया मोड़, करीबी दोस्त का हैरतअंगेज़ खुलासा
हार्दिक-नताशा तलाक की खबरों ने लिया नया मोड़, करीबी दोस्त का हैरतअंगेज़ खुलासा
'जवान', 'पठान' या 'एनिमल' नहीं, इस फिल्म को 2023 में हुआ सबसे ज्यादा मुनाफा! यहां देखें टॉप 5 की लिस्ट
'जवान', 'पठान' या 'एनिमल' नहीं, इस फिल्म को 2023 में हुआ खूब मुनाफा!
वैक्सीन बनाने वालों को कम से कम कितनी सैलरी देता है सीरम इंस्टिट्यूट? रकम सुनकर उड़ जाएंगे होश
वैक्सीन बनाने वालों को कम से कम कितनी सैलरी देता है सीरम इंस्टिट्यूट? रकम सुनकर उड़ जाएंगे होश
शरीर में है B12 की कमी तो कुछ ऐसे दिखते हैं लक्षण, जानें एक सेहतमंद व्यक्ति में कितना होना चाहिए लेवल?
शरीर में है B12 की कमी तो कुछ ऐसे दिखते हैं लक्षण, जानें एक सेहतमंद व्यक्ति में कितना होना चाहिए लेवल?
टूरिज्म में आया उछाल, 119 देशों की सूची में 39वें स्थान पर आया भारत, क्या हैं इसके संकेत
टूरिज्म में आया उछाल, 119 देशों की सूची में 39वें स्थान पर आया भारत, क्या हैं इसके संकेत
Embed widget