एक्सप्लोरर
Advertisement
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
ट्यूमर ने किया हड्डियों को कमजोर, फिर भी ऑपरेशन हुआ सक्सेसफुल!
![ट्यूमर ने किया हड्डियों को कमजोर, फिर भी ऑपरेशन हुआ सक्सेसफुल! Delhi Hospital Treats Man With Extremely Rare Tumour Induced Bone Condition ट्यूमर ने किया हड्डियों को कमजोर, फिर भी ऑपरेशन हुआ सक्सेसफुल!](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2017/01/27125435/doctor.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
नई दिल्ली: दिल्ली के एक अस्पताल में ऐसे रोगी का सफलतापूर्वक ट्रीटेमेंट किया गया है जिसे एक रेयर ट्यूमर संबंधी समस्या के कारण हड्डियों की कमजोरी से जूझना पड़ रहा था और इसी की वजह से व्हीलचेयर पर चलना पड़ रहा था.
41 वर्षीय रोगी को ट्यूमर इंड्यूस्ड ओस्टोमेलेशिया (टीआईओ) की समस्या थी. इस बीमारी में ट्यूमर की वजह से बोन फ्रैक्चर की दुर्लभ स्थिति पैदा हो जाती है और छोटा सा एक ट्यूमर हड्डियों को बहुत कमजोर और मुलायम बना देता है, जिसके चलते हड्डियां टूटने या फ्रेक्चर का खतरा बढ़ जाता है.
इस समस्या में छोटा सा एक हड्डी का ट्यूमर शरीर में डेवेलप हो जाता है और इसके कारण उत्पन्न एक एलिमेंट फॉस्फेट के एवजोर्वब को रोक देता है. इससे होता यह है कि हड्डियां अत्यंत कमजोर होने के साथ-साथ उनमें कुछ बायोलोजिकल एनोमिलीज जनरेट हो जाती हैं.
द्वारका स्थित वेंकटेश्वर अस्पताल के डॉक्टरों ने इस शख्स का सफल इलाज किया. अस्पताल का दावा है कि अभी तक इस तरह की बीमारी के 150 मामले ही सामने आये हैं.
अस्पताल के एक बयान में कहा गया कि इस तरह की रेयर पोजीशन का पता चल पाना बहुत डिफिकल्ट होता है और पेशेंट कई जगह डॉक्टरों को दिखा चुके थे लेकिन विशेषज्ञ समस्या की जड़ में नहीं पहुंच पा रहे थे.
अस्पताल के एंडोक्रोनोलाजिस्ट डॉ दीप दत्ता ने कहा, ‘हमने पेशेंट को फॉस्फेट की ओरल हाई डोज देनी शुरू की जिससे उनके पैरों में मजबूती आई और जब धीरे-धीरे थोड़ा सुधार दिखाई दिया तो इस प्रॉबलम की वजह खोजी गयी.’
डॉ दत्ता ने कहा कि हमें लगातार इलाज के दौरान ट्यूमर इंड्यूस्ड ओस्टोमेलेशिया (टीआईओ) का शक हुआ मगर एफडीडी-पीईटी स्कैन में यह शक सही साबित हुआ. अधिकतर मामलों में इस तरह के ट्यूमर धीरे-धीरे बढ़ते हैं और अधिकतर छिपे रहते हैं और इनका पता नहीं चल पाता.
पेशेंट जब अस्पताल पहुंचा था तो उनकी टांगों में कमजोरी थी और फ्रेक्चर होने की वजह से वह व्हीलचेयर पर थे. जांच में पता चला कि उनका सीरम फॉस्फोरस स्तर बहुत कम है क्योकि फॉस्फोरस हड्डियों के लिए कैल्शियम की तरह जरूरी होता है. हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ आर के पांडेय ने सर्जरी करके सफलतापूर्वक ट्यूमर निकाला.
डॉ दत्ता के अनुसार सर्जरी के 24 घंटे के अंदर हमने मरीज में फॉस्फोरस के स्तर में बढ़ोतरी देखी और उनकी शारीरिक क्षमता में इजाफा हुआ.
उन्होंने धीरे-धीरे मदद लेकर चलना शुरू कर दिया. हमने रोगी को दिये जाने वाले ओरल फॉस्फेट में कमी की है और अगले कुछ दिन में पूरी तरह इसे बंद करने की उम्मीद है.
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, लाइफस्टाइल और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें Khelo khul ke, sab bhool ke - only on Games Live
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
बिहार
महाराष्ट्र
ऐस्ट्रो
Advertisement
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)
डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल
Opinion