नाम और काम, हर तरह से स्पेशल है 'अश्वगंधा', इसके फायदों का कोई तोड़ नहीं
वैसे तो अश्वगंधा खाने के कई फायदे होते हैं लेकिन हमें इसके नुकसान से बचने के लिए एक एक्सपर्ट्स से सलाह जरूर ले लेनी चाहिए.
Ashwagandha Benefits: आयुर्वेदिक मेडिसिन के रूप में अश्वगंधा काफी जाना-पहचाना नाम है. अश्वगंधा कब और कितनी मात्रा में खाया जाए, इसको लेकर सही सलाह बहुत जरूरी है. यह सलाह किसी वैद्य या आयुर्वेदिक डॉक्टर से लेना जरूरी है. यूं तो तमाम मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर अश्वगंधा खाने के अनेक फायदे बताए जाते हैं. दावा यहां तक किया जाता है कि अश्वगंधा शरीर के कई रोग ठीक कर देगा, लेकिन अश्वगंधा के फायदे समझने के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह बेहद जरूरी है.
अश्वगंधा क्या है?
अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक उपचार में काम आने वाली जड़ी-बूटी है. इस जड़ी-बूटी से अश्वगंधा चूर्ण, पाउडर और कैप्सूल बनाया जाता है. इसका वैज्ञानिक नाम विथानिया सोम्निफेरा (Withania somnifera) है. आम बोलचाल में इसे अश्वगंधा या इंडियन विंटर चेरी बोला जाता है. अश्वगंधा का पौधा 35-75 सेमी लंबा होता है और मुख्य रूप से भारत जैसे - मध्यप्रदेश, पंजाब, राजस्थान व गुजरात में इसकी खेती होती है. चीन और नेपाल में भी अश्वगंधा उगाया जाता है. दुनियाभर में इसकी 23 और भारत में दो प्रजातियां पाई जाती हैं.
अश्वगंधा के फायदे
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक अश्वगंधा में एंटी स्ट्रेस प्रॉपर्टीज होती हैं. इससे स्टेमिना बढ़ाने में मदद मिलती है. अश्वगंधा की जड़ और पत्तियां, दोनों के सेवन से शरीर को कई फायदे होते हैं.
साभार: www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3252722/
लोगों ने खाईं अश्वगंधा की पत्तियां
अश्वगंधा के फायदे हैं लेकिन इसकी जड़ या पत्तों का सेवन किसी भी सामान्य रिपोर्ट को पढ़कर न करें. कोरोना काल के दौरान आयुर्वेदिक दवाओं के इस्तेमाल को लेकर आयुष मंत्रालय ने समय-समय पर कई बार एडवाइजरी जारी की हैं. आयुष मंत्रालय गिलोय और अश्वगंधा दोनों को लेकर एडवाइजरी जारी कर चुका है. मंत्रालय को एक साल पहले अश्वगंधा की पत्तियों से जुड़ी ये एडवाइजरी इसलिए जारी करनी पड़ी, क्योंकि बड़ी संख्या में लोग अश्वगंधा (विथानिया सोम्निफरल) के पत्तों का उपयोग कर रहे थे. चूंकि, कहीं से अफवाह फैली थी कि इन पत्तियों के जरिए कोविड का इलाज हो सकता है.
इसके बाद आयुष मंत्रालय ने अश्वगंधा के पत्तों के उपयोग पर रोक लगाने के लिए ASU ड्रग्स मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन को 6 अक्टूबर, 2021 को पत्र भी लिखा था. साथ ही आयुर्वेद से जुड़े शिक्षाविदों और डॉक्टरों से अश्वगंधा की पत्तियों के उपयोग को लेकर सुझाव मांगे थे.
अश्वगंधा के साथ ये चीजें भी जरूरी
आयुष मंत्रालय के मुताबिक, कोई भी दवा या आयुर्वेदिक हर्ब्स तक तक पूर्ण रूप से फायदा नहीं करती, जब तक कि दवा से जुड़े उपचार सही से न लिया जाए. साथ ही खान-पान और सही दिनचर्या का पालन न किया जाए. क्योंकि मानव शरीर एक प्रकार की मशीन है, जिसे उचित पोषण और रखरखाव की आवश्यकता होती है. ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से हम बीमार पड़ते हैं, इसमें सही भोजन, पानी, हवा आदि न मिलना शामिल है. जब भी कोई व्यक्ति अश्वगंधा का सेवन करता है, तो यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि इसके साथ सही दिनचर्या का पालन जरूर करें.
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