कहीं पटाखे तो कहीं पराली जलाने पर थोपा जा रहा दोष, साफ हवा का सपना उलझा ही रहा

वायु प्रदूषण से जुड़ा सारा विमर्श पिछले कई सालों से पराली और पटाखों तक सिमट गया है जबकि विमर्श होना चाहिए पंजाब और हरियाणा जैसे कम बारिश वाले क्षेत्रों में धान की खेती के औचित्य पर!

सर्दी की शुरुûआत के साथ एक्यूआई में होने वाली गिरावट के मूल में दिल्ली शहर के अपने वायु प्रदूषण के स्रोत और स्थानीय मौसमी परिस्थितियों के अलावा पड़ोसी राज्यों में धान की पराली जलाने से

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