Laal Singh Chaddha Controversy: 'लाल सिंह चड्ढा' विवाद पर भड़कीं मोना सिंह, कहा- 'आखिर आमिर ने ऐसा किया क्या..'
Laal Singh Chaddha Controversy: फिल्म को लेकर लगातार चल रहे विवाद के बीच फिल्म में आमिर खान की मां की भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री मोना सिंह ने इस बायकॉट कल्चर को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है.

Laal Singh Chaddha Controversy: आमिर खान और करीना कपूर खान स्टारर फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' को लेकर हो रहे बायकॉट से फिल्म के मेकर्स और स्टारकास्ट सभी परेशान हैं. फिल्म को लेकर लगातार चल रहे विवाद के बीच फिल्म में आमिर खान की मां की भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री मोना सिंह ने इस बायकॉट कल्चर को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है.
इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में मोना ने कहा, 'मैं बहुत दुखी थी. मेरा मतलब है, आमिर खान ने इसके लायक क्या किया है? वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जिसने पिछले 30 वर्षों से हमेशा हमारा मनोरंजन किया है. लेकिन मुझे पूरा विश्वास था कि बहिष्कार करने वाले तब आएंगे जब वे यह देखना शुरू कर देंगे कि फिल्म हर भारतीय को पसंद आ रही है.''
यह भी पढ़ें: Esha Gupta On Her Relationship: इस बिजनेसमैन को बीते 3 साल से डेट कर रही हैं ईशा गुप्ता, शेयर की तस्वीरें
View this post on Instagram
बता दें कि कैंसल और बायकॉट के कारण लाल सिंह चड्ढा और रक्षा बंधन दोनों ने बॉक्स ऑफिस पर धीमी शुरुआत की थी. ट्रेलर रिलीज होने के बाद से ही 'बॉयकॉट लाल सिंह चड्ढा' ट्रेंड कर रहा है. देश के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन भी हुए. हिंदू संगठन सनातन रक्षक सेना के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किया था. आमिर ने पहले इस मुद्दे को संबोधित किया था और कहा था, "अगर मैंने किसी भी तरह से किसी को चोट पहुंचाई है, तो मुझे खेद है. मैं किसी को चोट नहीं पहुंचाना चाहता. अगर कोई फिल्म नहीं देखना चाहता है, तो मैं उनकी भावना का सम्मान करता हूं."
View this post on Instagram
वहीं करीना कपूर खान, जो फिल्म का हिस्सा भी हैं, ने सिद्धार्थ कन्नन के साथ एक साक्षात्कार में लोगों से फिल्म का बहिष्कार नहीं करने का आग्रह किया था. उन्होंने कहा, "उन्हें इस फिल्म का बहिष्कार नहीं करना चाहिए, यह इतनी खूबसूरत फिल्म है. और मैं चाहती हूं कि लोग मुझे और आमिर (खान) को पर्दे पर देखें. तीन साल हो गए हैं, हमने बहुत लंबा इंतजार किया है. तो, कृपया इस फिल्म का बहिष्कार न करें, क्योंकि यह वास्तव में अच्छे सिनेमा का बहिष्कार करने जैसा है. और लोगों ने इस पर कितनी मेहनत की है; ढाई साल से इस फिल्म पर 250 लोगों ने काम किया है."
Source: IOCL























