बॉलीवुड के मिस्टर पर्फेक्शिनिस्ट आमिर खान (Aamir Khan) को उनकी पहली फिल्म 'होली' में किसी ने भी नोटिस नहीं किया था. इस फिल्म के बाद आमिर खान के चाचा ने उनके लिए फिल्म बनाई जिसके लिए जूही चावला (Juhi Chawla) को साइन किया गया. फिल्म का नाम था 'क़यामत से क़यामत'. बजट कम था इसीलिए इस फिल्म के प्रमोशन पर भी ज्यादा खर्चा नहीं किया गया था. आमिर खान ने खुद फिल्म के प्रमोशन की जिम्मेदारी उठाई. उन्होंने सलाह दी कि और कुछ नहीं तो कम से कम मुंबई के ऑटो रिक्शा के पीछे फिल्म के छोटे-छोटे पोस्टर तो लगा ही सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आमिर खान अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर मुंबई के टैक्सी और ऑटो के पीछे फिल्म के पोस्टर चिपकाने लगे. इतना ही नहीं, आमिर पोस्टर चिपकाते हुए टैक्सी ड्राइवरों से कहते भी कि मैं इस फिल्म का हीरो हूं आप फिल्म देखने जरूर आना. वहीं एक रात आमिर खान और उनके दो दोस्त बांद्रा स्टेशन पहुंचे जहां कई ओटो लाइन से खड़े थे. उनमें से एक ऑटो के ड्राइवर ने जैसे ही देखा कि कोई उसके ऑटो पर पोस्टर चिपका रहा है तो वो भड़क गया और बदतमीजी करने लगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आमिर ने उस ड्राइवर से माफी भी मांगी लेकिन वो फिर भी शांत नहीं हुआ. फिर आमिर के दोस्तों ने बात संभाल ली, लेकिन उस ऑटो वाले ने आमिर के सामने ही उनकी फिल्म के पोस्टर को फाड़ दिया. इस बात से आमिर का दिल बहुत दुखा था. मगर जब आमिर और जूही की फिल्म 'क़यामत से क़यामत' तक रिलीज हुई तो उसने कामियाबी का एक नया रिकॉर्ड बना दिया. इस फिल्म ने 8 फिल्मफेयर अवॉर्ड और 2 नेशनल अवॉर्ड भी जीते थे.
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