WPI Inflation: महंगाई की मार से परेशान जनता के लिए अच्छी खबर थोक महंगाई दर के मोर्चे पर आई है. अगस्त में WPI यानी होलसेल प्राइस इंडेक्स पर आधारित थोक महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है और ये 12.41 फीसदी पर आ गई है. इससे पिछले महीने यानी जुलाई में थोक महंगाई दर 13.93 फीसदी पर रही थी. साथ ही ये आंकड़ा बता रहा है कि थोक महंगाई दर 11 महीने के निचले स्तर पर आ गई है. हालांकि खाने-पीने की वस्तुओं की महंगाई दर में गिरावट नहीं आई है और ये बढ़ोतरी के ही आंकड़े दिखा रही है.
खाद्य महंगाई दर बढ़ी
खाद्य महंगाई दर के आंकड़ों की बात करें तो ये अगस्त में 9.93 फीसदी पर आ गई है और जुलाई 2022 में ये खाद्य महंगाई दर 9.41 फीसदी पर रही थी. इसके अलावा मैन्यूफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई दर में कमी देखी गई है. मैन्यूफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई दर घटकर 7.51 फीसदी पर आ गई है जबकि जुलाई के महीने में ये 8.16 फीसदी रही थी. फ्यूल एंड पावर की थोक महंगाई दर में अच्छी गिरावट दर्ज की गई है और ये अगस्त में घटकर 33.67 फीसदी पर आ गई है जो कि जुलाई 2022 में 43.75 फीसदी पर रही थी.
लगातार 17 महीनों से दहाई अंको में थोक महंगाई दर
हालांकि अगस्त में थोक महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है पर ये भी तथ्य ध्यान में रखने योग्य है कि देश में लगातार 17 महीनों से थोक महंगाई दर 10 फीसदी से ज्यादा यानी दहाई अंकों में बनी हुई है.
प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर
प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर देखें तो इसमें अगस्त में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है. प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर 14.93 फीसदी की दर से बढ़ी है जबकि जुलाई में ये 2.69 फीसदी पर आई थी.
महंगाई दर के बढ़ने से आरबीआई के भी ब्याज दरें बढ़ाने का अनुमान
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का कहना है कि महंगाई दरों को काबू में रखने के लिए वो लगातार दरों में बढ़ोतरी का रुख कायम रख सकता है. इस लिहाज से देखें तो थोक महंगाई दर के आंकड़े भी इसी ओर संकेत कर रहे हैं कि इस बार की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में केंद्रीय बैंक फिर 0.50 फीसदी का इजाफा ब्याज दरों में कर सकता है.
मुख्य रूप से इन उत्पादों की बढ़ी महंगाई दर
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक थोक महंगाई दर में इस बार मुख्य रूप से मिनरल ऑयल, फूड आर्टिकल्स, क्रूड पेट्रोलियम एंड नैचुरल गैस, बेसिक मेटल्स, केमिकल एंड केमिकल प्रोडक्ट्स, बिजली और खाने-पीने के सामान की महंगाई दर का हिस्सा रहा. ये उत्पाद पिछले महीने के मुकाबले थोक महंगाई दर में ज्यादा हिस्सा दिखा रहे हैं.
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