Expressway in India: देश में 50 हजार किलोमीटर होंगे हाई स्पीड हाईवे, 80 की रफ्तार से फर्राटा भरेंगे ट्रक
Expressway in India: फिलहाल नेशनल हाईवे नेटवर्क पर ट्रकों की औसत गति 45 किमी प्रति घंटा है. इसे लगभग दोगुना किया जाना है. देश में हाई-स्पीड कॉरिडोर की कुल लंबाई 2023 में बढ़कर 3,913 किमी हो गई है.
Expressway in India: पिछले कुछ सालों में देश में हाईवे (Highway) और एक्सप्रेसवे (Expressway) की संख्या में तेजी से उछाल आया है. कई एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हैं. साथ ही कई फिलहाल निर्माणाधीन हैं. अब देश में लगभग 50 हजार किलोमीटर एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे बनाने की पूरी तैयारी की जा रही है. इन हाई स्पीड कॉरिडोर के बनने के बाद ट्रकों की औसत गति 80 किलोमीटर प्रति घंटा तक बढ़ाई जा सकेगी.
फिलहाल ट्रकों की औसत गति 45 किमी प्रति घंटा
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने 2047 तक 50 हजार किलोमीटर एक्सेस कंट्रोल्ड हाई स्पीड कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव दिया है. सड़क परिवहन और राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद नेशनल हाईवे नेटवर्क पर ट्रकों की औसत गति फिलहाल के 45 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 75 से 80 किमी प्रति घंटे तक हो जाएगी.
हाई-स्पीड कॉरिडोर की लंबाई 2023 में 3913 किमी हुई
साल 2014 में हाई-स्पीड कॉरिडोर की कुल लंबाई 353 किमी थी. यह 2023 में बढ़कर 3,913 किमी हो गई. जैन ने कहा कि हमने बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट को अंतिम रूप दिया है. उसमें हमने 2047 तक हाई स्पीड कॉरिडोर की लंबाई 50,000 किमी तक पहुंचाने की योजना बनाई है.
2047 तक भारत को बनाना है 30 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी
भारत को 2047 तक लगभग 30 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की विकसित इकोनॉमी बनाने के लिए नीति आयोग द्वारा एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्न मोदी इसे जनवरी के अंत तक जारी कर सकते हैं. नीति आयोग को 2023 में विकसित भारत@2047 के लिए 10 मुद्दों पर काम करने को कहा गया था.
विजन 2047 के हिसाब से बनाए जा रहे प्रोजेक्ट
विजन 2047 के अनुसार मंत्रालय के विभिन्न प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है. जैन के अनुसार, लगभग 3,700 किमी के 108 पोर्ट कनेक्टिविटी रोड प्रोजेक्ट में से आठ (294 किमी) पूरे हो चुके हैं. इसके अलावा लगभग 1,808 किमी का आवंटन किया जा चुका है. साथ ही 1,595 किमी के 72 प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर बनाए जा रहे हैं.
पर्वतमाला परियोजना पर तेजी से हो रहा काम
उन्होंने कहा कि पर्वतमाला परियोजना के तहत, इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 60 किलोमीटर के रोपवे प्रोजेक्ट दिए जाएंगे. वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में 3.85 किमी का रोपवे फिलहाल बन रहा है. साथ ही 36 किमी लंबाई के 9 प्रोजेक्ट के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं. जैन ने कहा कि 2018 में टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर (टीओटी) मॉडल के लॉन्च के बाद से एनएचएआई ने टीओटी मोड के माध्यम से 26,366 करोड़ रुपये जुटाए हैं.
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