पैर बांधना चीन के तांग राजवंश में युवा लड़कियों पर की जाने वाली एक प्रथा थी



World History Encyclopedia के मुताबिक इस प्रथा का मकसद लड़कियों के पैरों को छोटा करना जिससे वो आकर्षक दिखे



यह पहले उच्च वर्ग की लड़कियो में प्रचलित था,जिसे बाद में निम्न वर्ग की लड़कियां भी अपनाने लगी



चीनी लड़कियों के पैर 5 से 8 साल की उम्र में बांध दिए जाते थे



पैर बांधने का काम परिवार की महिलांए या पेशेवर पैर-बाइंडर द्वारा किया जाता था



वयस्क होने के बाद भी महिलाएं अपने पैर को बांधकर रखती थी



इस लंबी और कष्टदायी प्रक्रिया का उद्देश्य पैरों की लंबाई का अधिक न होना



पैर जितने छोटे होते थे, महिलाएं उतनी ही आकर्षक दिखती थी



चीन के कवि युआन मेई पैर बांधने की इस प्रथा के खिलाफ थे



कन्फ्यूशियस विद्वान इसकी आलोचना करते हुए कहते है कि इसका उद्देश्य महिलाओं को अधिक आकर्षक बनाना है