नासा के वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड के रहस्य को जानने के लिए एस्टेरॉयड पर पानी की खोज की है



एस्टेरॉयड पर पानी की खोज नासा के स्ट्रैटोस्फेयरिक ऑब्जरवेटरी फॉर इंफ्रारेड एस्ट्रोनॉमी (SOFIA) ने की है



SOFIA एक प्रयोगशाला (विमान) है, जिसकी मदद से चार एस्टेरॉयड की गतिवीधियों पर नजर रखी गई थी



चारों एस्टेरॉयड में सिलिकेट मौजूद है, लेकिन पानी सिर्फ दो में ही पाया गया



इन दो एस्टेरॉयड का नाम आइरिस (Iris) और मस्सालिया (Massalia) है



आइरिस एस्टेरॉयड की चौड़ाई 199 किलोमीटर और मस्सालिया की 135 किलोमीटर हैं



SOFIA में एक फेंट ऑब्जेक्ट इंफ्रारेड कैमरा लगा है जिसकी मदद से दोनों एस्टेरॉयड में पानी मिला है



साइंटिस्ट एनिसिया अरेडोंडो के मुताबिक, एस्टेरॉयड ग्रहों के निर्माण के समय बनते हैं



एस्टेरॉयड कई ग्रहों के मिश्रण से या एक ही ग्रह की मिट्टी से भी बन सकता है



एस्टेरॉयड के बारे में जानने के लिए इनके सरफेस पर अलग-अलग वेवलेंथ की रोशनी डाली जाती है.