भविष्य में एक वर्चुअल AI अवतार देखने को मिलेगा जो आपके बोलने, देखने और हाव-भाव को तुरंत समझकर उसी पल जवाब देगा. यह टेक्नोलॉजी टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो इनपुट्स को एक साथ प्रोसेस करेगा.
यह AI सिस्टम न केवल भविष्यवाणियां करेगा बल्कि एक्टिव रूप से समाधान भी पेश करेगा. यह सप्लाई चेन मैनेजमेंट, स्वास्थ्य सेवाएं और कृषि में बड़ा बदलाव लेकर आएगा.
बायोटेक्नोलॉजी में भी तरक्की देखने को मिलेगा. इसमें लैब में ही कई तरह के खाद्य पदार्थों को तैयार किया जाएगा. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के अनुसार, यह पारंपरिक तरीकों की तुलना में 96% कम प्रदूषण करेगा.
डीएनए में डेटा स्टोर करने की तकनीक बेहद हाई क्वालिटी वाली है. हालांकि अभी यह काफी महंगी है. हाल ही में एक ऐसा डीएनए राइटर बना है जो 18 Mbps की स्पीड से डेटा लिख सकता है.
मानव दिमाग और कंप्यूटर के बीच सीधा कनेक्शन बनाने पर काम जारी है. इसमें AI की मदद से विचारों को समझना और डिवाइस को कंट्रोल करना आसान होगा. न्यूरालिंक जैसी कंपनियां इस दिशा में पहले से काफी एक्टिव हैं.
बेहतर बैटरियों की खोज हमेशा से दुनिया में हो रही है लेकिन अब AI की मदद से यह प्रक्रिया तेज हो रही है. खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए लंबी चलने वाली और तेजी से चार्ज होने वाली बैटरियां बनाना ज़रूरी है.
वैज्ञानिक अब AI की मदद से भूकंप जैसी घटनाओं का एक हफ्ते पहले तक अंदाजा लगाने में सक्षम हो रहे हैं. आने वाले वर्षों में यह तकनीक और सटीक होने की संभावना है.
AI की मदद से डॉक्टर बीमारियों को समय रहते पहचान पाएंगे. इससे बीमारी के गंभीर होने से पहले ही उसका इलाज संभव हो सकेगा.
भविष्य में ऐसी तकनीक आ सकती है जिसमें आप चश्मा पहने हैं और सामने जो लिखा है या जो कोई बोल रहा है उसका अनुवाद आपकी आंखों के सामने हो रहा है.
AI यूज़र्स कभी-कभी अनजाने में अपनी निजी जानकारी डाल देते हैं. आने वाली तकनीक ऐसी होगी जो किसी भी संवेदनशील जानकारी को पहचानकर उसे लीक होने से पहले ही रोक देगी.