YouTube कमाई CPM (Cost Per Thousand Impressions) और RPM (Revenue Per Thousand Views) पर आधारित होती है जो कंटेंट, ऑडियंस और विज्ञापनों पर निर्भर करता है.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
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फाइनेंस, टेक, और बिजनेस जैसी कैटेगरी में उच्च CPM मिलता है, जबकि व्लॉग और एंटरटेनमेंट कंटेंट में अपेक्षाकृत कम CPM होता है.

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अमेरिकी और यूरोपीय दर्शकों के लिए CPM ज्यादा होता है, जबकि भारत और अन्य विकासशील देशों में CPM कम हो सकता है.

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स्किप करने योग्य और नॉन-स्किपेबल ऐड्स, डिस्प्ले ऐड्स, और स्पॉन्सरशिप से कमाई प्रभावित होती है.

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YouTube कुल विज्ञापन आय का 45% खुद रखता है और 55% क्रिएटर को देता है.

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भारत में औसतन 1 लाख व्यूज पर ₹1,000 से ₹5,000 तक की कमाई हो सकती है, जबकि अमेरिका में यह $100 से $500 तक हो सकती है.

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चैनल को कमाई करने के लिए YouTube Partner Program (YPP) में शामिल होना जरूरी होता है जिसके लिए 1,000 सब्सक्राइबर और 4,000 घंटे का वॉच टाइम चाहिए.

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YouTube Shorts से कमाई कम होती है जबकि लंबी वीडियो पर ज्यादा विज्ञापन लग सकते हैं जिससे ज्यादा कमाई होती है.

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YouTube ऐड्स के अलावा ब्रांड प्रमोशन से भी अधिक कमाई हो सकती है जो व्यूज और निच पर निर्भर करती है.

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मेंबरशिप, सुपर चैट, मर्चेंडाइज और एफिलिएट मार्केटिंग के जरिए भी यूट्यूबर्स अपनी इनकम बढ़ा सकते हैं.

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