इस जयंती को हर वर्ष बड़ी ही उत्साह के साथ मनाया जाता है.
प्रकाश पर्व के नाम से भी जाना जाता है.
विश्वास, समानता और सामाजिक एकता पर ज्यादा जोर देती है.
हिंदुस्तान पर हो रहे जुल्म के खिलाफ आवाज उठाई.
रचयिता एक ही है और वह हर जगह मौजूद है.
सुकून प्रभु के नाम जपने से ही मिलता है.
सच्चाई और पूरी ईमानदारी के साथ ही जीवन यापन करना चाहिए.
हम सब इंसान है और एक साथ मिलकर रहना चाहिए.
अहंकार मनुष्य को सच्चाई से दूर करता है और शांत स्वभाव से ही ईश्वर की प्राप्ति होती है.