जो इस बार पांच नवंबर को है.
अलावा दीपदान करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है.
विचरण करते हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं.
इस दिन साल के दिनों की संख्या 365 बाती वाले दीये जलाना अत्यंत शुभ होता है.
इस दिन अगर आप नदी में स्नान नहीं कर पाते हैं तो घर पर ही स्नान के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं.
करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है.
बालकनी छत व मुख्य द्वार पर दीपक रख सकते हैं.
जिसका समापन 5 नवंबर को शाम 6:48 पर होगा.
इसलिए यह पांच नवंबर को है। स्नान के लिए अच्छा समय ब्रहा मुहूर्त में 4:52 से 5:44 बजे तक है.