तमिलनाडु के मुनियांदी स्वामी मंदिर में चिकन और मटन का प्रसाद मुनीश्वर भगवान को चढ़ाया जाता है.



उड़ीसा के विमला मंदिर में दुर्गा पूजा के दौरान देवी विमला को मांस और मछली का भोग लगाया जाता है.



उत्तर प्रदेश के तरकुलहा देवी मंदिर में हर साल खिचड़ी मेला के दौरान देवी को मीट का भोग लगाया जाता है.



केरल के पारसीनिक मंदिर में भगवान मुथप्पन को जली हुई मछली और ताड़ी चढ़ाई जाती है और लोगों को प्रसाद के रूप में बांटा जाता है.



देश के 51 शक्तिपीठों में से एक कालीघाट पश्चिम बंगाल में देवी काली को खुश करने के लिए बकरे की बलि दी जाती है.



असम के कामाख्या मंदिर में भी मां कामाख्या को बकरे के मांस का भोग लगाया जाता है.



बंगाल में बीरभूम में तारापीठ मंदिर में देवी दुर्गा को मांस की बलि चढ़ाते हैं, जिसे शराब के साथ देवी को चढ़ाया जाता है.



पश्चिम बंगाल के दक्षिणेश्वर काली मंदिर में देवी काली को भोग के रूप में मछली चढ़ाई जाती हैं.



हालांकि इस तरह के भोग कुछ ही मंदिर में होते हैं. सभी मंदिर में नहीं.