पुरी उड़ीसा में 27 जून 2025 से जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन शुरू हो चुका है.



इस रथ यात्रा में जगन्नाथ जी का रथ, बलभद्र जी का रथ और सुभद्रा जी का रथ शामिल है.



तीनों ही रथों का नाम, आकार और रंग एक दूसरे से अलग होता है.



धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक रथ की रस्सी खींचने का अर्थ भगवान की सेवा होता है.



इस रथ यात्रा की रस्सी खींचने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.



जगन्नाथ रथ यात्रा में किन लोगों को रस्सी खींचने का अधिकार होता है? जानते हैं.



जगन्नाथ रथ यात्रा में रस्सी खींचने का अधिकार सभी को होता है.



इस रथ यात्रा में किसी को भी वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जाता है.



जगन्नाथ भगवान की नजर में सभी को रथ की रस्सी खींचने का अधिकार होता है.