गरुड़ पुराण के अनुसार किसी ब्राह्मण की हत्या करना महापाप होता है. ये पाप अक्षम्य है.



जो व्यक्ति गुरु की निंदा करता है या उनके खिलाफ गलत शब्दों का प्रयोग करता क्षमा योग्य नहीं है.



गौ हत्या को गरुड़ पुराण के अनुसार घोर पाप माना जाता है.



गरुड़ पुराण के अनुसार किसी स्त्री का अपमान या शीलभंग करना अक्षम्य अपराध है.



किसी मासूम या अबोध बालक को मारना भी महापाप की श्रेणी में आता है.



अतिथि का अपमान करने वालो को ईश्वर कभी माफ नहीं करता है.



जो आपके शरण आया हो और उसे आपने पीड़ा दी तो ये अपराध क्षमा योग्य नहीं है.



माता पिता का तिरस्कार करना भी घोर अपराध माना जाता है.



अन्न का अपमान करना भी क्षमा योग्य अपराध नहीं है.